scriptट्रेन रूट बना तस्कर व डकैतों के आने का रास्ता, वारदात को अंजाम दे यहीं से हो रहे फरार | The way to bring smugglers and dacoit as a train route | Patrika News

ट्रेन रूट बना तस्कर व डकैतों के आने का रास्ता, वारदात को अंजाम दे यहीं से हो रहे फरार

locationकटनीPublished: Aug 01, 2019 10:45:16 am

Submitted by:

dharmendra pandey

जीआरपी व आरपीएफ नहीं करती स्टेशनों में संदिग्धों की जांच, बेखौफ होकर वारदात का अंजाम देकर फरार हो जाते हैं अपराधी

sawan special train to chitrakoot dham karvi

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कटनी. जिले का ट्रेन रूट मादक पदार्थों की तस्करी व डकैतों के आने जाने का आसान माध्यम बन गया है। स्टेशन से लेकर ट्रेन तक में यात्रियों की सुरक्षा का दावा करने वाली आरपीएफ व जीआरपी की लापरवाही के चलते बाहर से अपराधी बैखौफ होकर जिले में प्रवेश करते हंै। स्टेशनों पर जांच नहीं होने के कारण आसानी से वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। आलम यह है कि जिम्मेदारों की उदासीनता के कारण ट्रेनों में आए दिन चोरी, लूट की घटनाएं घट रही हैं और जीआरपी व आरपीएफ के जवान सिर्फ मोबाइल चोर को पकडऩे व स्टेशन में घूमने अवैध वेंडरों की जांच करने में ही व्यस्त रहते है।
तेंदूपत्ता की हो रही थी तस्करी
20 जुलाई को कायामानी एक्सप्रेस के मुड़वारा स्टेशन पर पहुंचते ही पहले से स्टेशन परिसर में मौजूद तेदूंपत्ता तस्कर गाड़ी के खड़ी होते ही उसमें लोड़ करने लगे। काफी देर तक तेंदूपत्ता के कई बंडल स्टेशन परिसर में पड़े रहे, लेकिन जीआरपी व आरपीएफ को भनक तक नहीं लगी। यात्रियों की शिकायत के बाद स्टेशन प्रबंधन ने जांच कराई तो बोरों में तेंदूपत्ता भरा निकला। भनक लगते ही तस्कर भाग खड़े हुए।
ट्रेन रूट से भागे डकैत
दुबे कॉलोनी निवासी इंजीनियर शैलेष विश्वकर्मा के यहां पर डकैतों ने छह जुलाई की रात को लूट की वारदात को अंजाम दिया था। वारदात को अंजाम देने के बाद 8 की संख्या में बाहर से आए डकैतों ने मुख्य रेलवे स्टेशन से टिकट खरीदा और रफूचक्कर हो गए। आरोपी सीसीटीवी कैमरों में कैद हुए। यहां पर भी जीआरपी व आरपीएफ अधिकारियों ने लापरवाही बरती। आरोपियों को पकडऩे में स्थानीय पुलिस प्रशासन की मदद नही की।
बिहार शराब लेकर जा रहे थे तस्कर
ट्रेन रूट से शराब तस्करी का मामला भी कई बार सामने आ चुका है। जीआरपी प आरपीएफ की लापरवाही के चलते तस्कर आसानी से शराब, स्मैक सहित अन्य मादक पदार्थ की बैखौफ होकर ला ले जा रहे हैं। बीते माह अप्रैल-मई के बीच कोतवाली पुलिस ने दो युवकों को शराब लेकर जाते गिरफ्तार किया था। पूछताछ में युवकों ने बताया था कि वे बिहार निवासी हैं और पिछले कई साल से ट्रेन रूट से शराब की तस्करी कर रहे हैं।

-रेलवे स्टेशन परिसर में हर समय जांच की जाती है। संदिग्धों से पूछताछ भी की जाती है।
डीपी चढ़ार, टीआइ जीआरपी।
-ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर हर समय जांच की जाती है। आरपीएफ का अमला हर समय मौजूद रहता है। सख्ती बरती जाएगी।
दिनेश सिंह सोए, टीआइ आरपीएफ।

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