केस-3
जिले के बहोरीबंद निवासी परिवर्तित नाम (संगम) का भी आए दिन पत्नी से विवाद होता था। जिसके बाद मामला वन स्टाप सेंटर पहुंचा। यहां पर काउंसिलिंग शुरू हुई तो इस मामले में भी गलती पत्नी की ही निकली। जिसके बाद दोनों को समझाइश दी गई।
इनका कहना है
घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा वन स्टॉप सेंटर खोला गया है। जिले में खुले सेंटर में हर माह से 10 से 12 शिकायतें पहुंच रहीं है। इसमें से अधिकांश शिकायतों में महिला द्वारा ही पुरुष को प्रताडि़त करने का होता है।
वनश्री कुर्वेती सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग।
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