scriptअंतिम चरण में सात उपस्वास्थ्य केन्द्रोंं का काम, सामान्य बीमारी के इलाज की ही मिलेगी सुविधा | The work of seven sub-health centers in the last phase | Patrika News

अंतिम चरण में सात उपस्वास्थ्य केन्द्रोंं का काम, सामान्य बीमारी के इलाज की ही मिलेगी सुविधा

locationकटनीPublished: Jan 02, 2020 11:12:01 am

Submitted by:

dharmendra pandey

सभी भवन हैं नान डिलेवरी प्वांइट, प्रसूताओं को होगी परेशानी, जिलेभर में 28 उपस्वास्थ्य केंद्रों का होना है निर्माण कार्य, 5 साल में सिर्फ 7 भवनों का ही शुरू हो पाया काम
 

sub-health centers

बहोरीबंद ब्लॉक के ग्राम पटना में अंतिम चरण में पहुंचा उपस्वास्थ्य केंद्र का काम।

कटनी. जिले में पहले चरण में बनाए जा रहे 7 उपस्वास्थ्य केंद्रों का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। 31 जनवरी तक काम पूरा हो जाने की संभावना है। भवन बन जाने केे बाद इन उपस्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों को सामान्य इलाज मिलना तो शुरू हो जाएगा, लेकिन गर्भवती महिलाओं को डिलेवरी की सुविधा नहीं मिलेगी और महिलाओं को दूसरे सरकारी अस्पतालों जाने की परेशानी उठानी होगी। इसका कारण यह है कि बनाए जा रहे भवनों में डिलेवरी प्वाइंट नहीं है। हालांकि विभाग केंद्र में डिलेवरी के लिए अलग कमरा बनवा रहा है, लेकिन उसमें सुविधा नहीं मिल पाएगी। विभाग के अधिकारियों द्वारा डिलेवरी प्वाइंट के लिए अलग से अपग्रेड कराने की बात कहीं जा रही है।
ग्रामीण क्षेत्र के मरीजों को इलाज के लिए शहर नहीं आना पड़े। गांव में ही बेहतर इलाज की सुविधा मिल जाए, इसके लिए साल 2014-15 में जिले में 28 उपस्वास्थ्य केंद्रों की सौगात मिली थी। जिले के विजयराघवगढ़, ढीमरखेड़ा, बहोरीबंद, रीठी, कटनी व बड़वारा में बनने वाले केन्द्रों के भवनों को लेकर प्रथम चरण में सात उपस्वास्थ्य केंद्रों के टेंडर हुए और काम भी शुरू हुआ। 21 उपस्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण कार्य पर अब भी संशय बना हुआ है। मंजूरी के पांच साल बीत जाने के बाद भी अब तक न तो जमीन तलाशने का काम शुरू हुआ और न ही टेंडर हो पाए हैं।
21 लाख 40 हजार रुपये की लागत से निर्माण
विभिन्न गांवों में बनाए जा रहे 7 उपस्वास्थ्य केंद्र में हर एक भवन की लागत 21 लाख 40 हजार रुपये है। सूत्रों की मानें तो ब्लॉक स्तर से जो रिपोर्ट भेजी गई थी, उसमें नान डिलवेरी प्वाइंट वाले भवनों की डिमांड भेजी गई थी। इसके पीछे का कारण तीन किमी दूरी पर एक उपस्वास्थ्य केंद्र होना बताया गया था।

इन गांवों में बनाया जाना हैं उपस्वास्थ्य केंद्र
-ब्लॉक कटनी-कन्हवारा सेक्टर के ग्राम कछगवां, कटंगीकला, चाका व खरखरी।
-ब्लॉक बहोरीबंद के ग्राम अमरगढ़, पटना, मोहतरा, जुलावल, कूड़ा, भखरवारा, छपरा और सलैया पयासी।
-ब्लॉक रीठी के ग्र्राम गुरजीकला, रैपुरा, गोदाना, हथकुरी।
ब्लॉक विजयराघवगढ़ के परसवारा, बम्हौरी, रजरवारा, कुंदरेही, बड़ारी, डीघी।
-ब्लॉक ढीमरखेड़ा ब्लॉक के डीघी,धरवारा, पडऱभटा, कोठी।
-ब्लॉक बड़वारा के मझगवां, खिरहनी, निपनिया और बिचपुरा।

पहली बार के टेंडर में बड़वारा के एक भी गांव नहीं शामिल-
जिले में स्वीकृत हुए 28 उपस्वास्थ्य केंद्रों में सात का काम अंतिम स्तर पर पहुंच गया है। इसमें खास बात यह है कि 28 में से 7 जो उपस्वास्थ्य बनाए जा रहे हैं। उसमें विजयराघवगढ़ के कुंदरेही, बड़ारी और डीघी शामिल हैं जबकि रीठी के हथकुरी व गोदाना और ढीमरखेड़ा ब्लॉक के ग्राम पडऱभटा व बहोरीबंद ब्लॉक का पटना गांव शामिल है जबकि बड़वारा ब्लॉक का एक भी गांव शामिल नहीं किया गया है।

फैक्ट फाइल-
-33 उपस्वास्थ्य केंद्र डिलेवरी प्वाइंट वाले हैं।
-18 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र।
-06-सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र।
-01-जिला अस्पताल।
-28-उपस्वास्थ्य केंद्र बन जाने से एक उपस्वास्थ्य से करीब 10 से 8 गांव के मरीजों को इलाज मिलेगा।
-उपस्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण की प्रक्रिया भोपाल से ही चल रही है। वहीं से टेंडर हो रहे है। पहले चरण में सात केंद्रों के टेंडर हुए थे, जिनका निर्माण कार्य चल रहा है। 21 उपस्वास्थ्य केंद्रों के जो टेंडर होंगे वह भी भोपाल स्तर से ही होंगे।
डॉ. एसके निगम, सीएमएचओ।
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