बताया जा रहा है कि वह बेबस वृद्धा भूखी-प्यासी सड़क किनारे पड़ी रही। लेकिन किसी को उसकी सुधि नहीं आई। जब युवाओं ने उसे देखा तो उससे बात करने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि इन युवाओं की टोली में कुछ मीडियाकर्मी भी थे। लेकिन वह स्पष्ट तौर पर कुछ बता नहीं पा रही थी। कयास ये भी लगाया जा रहा है कि उसे उसके परिवार के लोग छोड़ गए होंगे, पर वह अपने मुख से ऐसा कुछ भी नहीं कह रही। भूख-प्यास से बेहाल वृद्धा ने सिर्फ इतना बताया कि कोई उसे यहां छोड़ कर चला गया है। वृद्धा के अस्पष्ट बयान से यह अनुमान लगाया गया कि वह दमोह जिले के पथरिया गांव की रहने वाली है।
इस बीच जब रीठी मुख्यालय के तहसीलदार व पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और असहाय महिला से पूछताछ के बाद उसे दमोह जिला के पथरिया गांव सवारी बस के माध्यम से भेजा।