scriptशहर में भाजपा का यह नेता ले रहा था संबल योजना का लाभ, जानिए कैसे खुली पोल | This BJP leader was taking advantage of Sambal Yojana in the city | Patrika News

शहर में भाजपा का यह नेता ले रहा था संबल योजना का लाभ, जानिए कैसे खुली पोल

locationकटनीPublished: Sep 07, 2019 11:44:45 am

Submitted by:

dharmendra pandey

-संबल से हुआ नया सवेरा तो खुलने लगी मनमाना लाभ लेने वालों की पोल
-कहीं पार्षद तो कहीं टैंकर मालिक ले रहे थे योजना का लाभ, सत्यापान के दौरान सामने आ रहे मामले
 

Sambal

पुराने वार्ड क्रमंाक-15 में नाम चेक करता नगर निगम अमला।

कटनी. संबल योजना का नाम बदलकर नया सवेरा करने के बाद प्रदेश सरकार ने योजना का लाभ लेने वालों का सत्यापन करने के निर्देश दिए तो योजना का मनमाना लाभ लेने वालों की पोल भी खुलने लगी। सत्यापन के दौरान कई ऐसे लोगों के नाम सामने आ रहे जो अपात्र होते हुए भी पात्रता सूची में जुड़कर संबल योजना का लाभ ले रहे थे। पार्षद से लेकर सरकारी कर्मचारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पढ़ाई करने वाले छात्र व जमींदार लोगों के नाम सामने आ रहे हैं। सबसे चौकाने वाला नाम शहर में सामने आया है वार्ड क्रमांक तीन से भाजपा नेता व पार्षद संजय दुबे का। बतादें कि विधानसभा चुनाव 2018 के पहले प्रदेश की भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गरीब मजदूरों के लिए संबल योजना शुरू की थी। योजना में रसूख के दम पर कई ऐसे लोग भी शामिल हो गए थे, जो गरीब नहीं थे और योजना का लाभ ले रहे थे। चुनाव के बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकारी बनीं और योजना का नाम बदलकर नया संवेरा जनकल्याण कर दिया। संबल योजना में जुड़कर लाभ रहे लोगों का सत्यापन कराने के आदेश दिए।
सरकार से मिले आदेश के नाम नगर निगम ने शहर के 45 वार्डोंे में जाकर योजना से जुड़कर लाभ लेने वाले हितग्राहियों की जांच कर रही है। पिछले 20 दिन से चल रहे सत्यापन कार्य में अब तक कई ऐसे लोगों के नाम आए हैं जो पात्र नहीं है, इसके बाद भी इनका नाम जुड़ा हुआ है।
इनको मिलना हैं लाभ
योजना के मुताबिक संबल या नया संवेरा जनकल्याण योजना में लाभ सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलना हैं जो असंगठित मजदूर हो। इनकम टैक्स के दायरे में न आते हो। या फिर ढाई एकड़ से कम जमीन हो। इसके बाबजूद योजना में जमींदार व रसूख के दम पर लोग योजना में जुड़ गए। अब तक करीब सैकड़ों लोगों के नाम सामने आ चुके हैं। बतादें कि योजना में 30 हजार लोग जुड़े हुए हैं जिनकी जांच की जा रही है।

-सत्यापन कराया जा रहा है। भाजपा पार्षद सहित 4 हजार अपात्र लोगों के नाम सामने आए है। जिनको संबल की पात्रता सूची से अपात्र किया गया है।
संध्या सरयाम, सहायक आयुक्त।

-मेेरा नाम 420 करके जोड़ा गया था। पत्नी और बच्चों का पता भी गलत दर्ज किया गया था। नाम कटवाने के लिए तहसीलदार को मैैंनें आवेदन दिया था। संबल योजना की पात्रता सूची से मेरा नाम हटा दिया गया है।
संजय दुबे, पार्षद बीजेपी।

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