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ये सड़क है हमारी दुकान, यहां भी रखेंगे अपना सामान

locationकटनीPublished: Mar 17, 2019 06:15:47 pm

Submitted by:

sudhir shrivas

नगर निगम ने चलाया अभियान, 30 के काटे चालान

ये सड़क है हमारी दुकान, यहां पर भी रखेंगे अपना सामान

कार्रवाई

कटनी। सडक़ होती है लोगों के चलने के लिए पर लोगों ने इस सडक़ को अपनी दुकान समझ लिया है। यही वजह है कि जिसे देखो व अपने बगल वाले से बढकऱ आगे तक अपनी दुकान को सजाए नजर आता है। अब इससे किसी को परेशानी हो तो हो, हमें इससे क्या। कुछ ऐसा ही हाल है इस समय शहर की सडक़ों का। प्रशासन ये सब कुछ होते हुए देख भी रहा है पर दिखावे की कार्रवाई को अगर छोड़ दिया जाए तो इससे निजात दिलाने के लिए अब तक कोई ठोस कार्रवाई सामने नहीं आई है।
पिछले कुछ दिनों से भी शहर में सडक़ों पर सामान रखने वालों के लिए नगर निगम और पुलिस प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में शहर में नगर निगम के अतिक्रमण दस्ते ने शनिवार को दो पारी में मुख्य मार्ग में अभियान चलाया। इसमें सडक़ पर सामान रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 30 लोगों के चालान काटे गए। अमले ने सामग्री भी जब्त की और अमानक पॉलीथिन का उपयोग करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की। पत्रिका ने शहर में अतिक्रमण से शाम तक मार्गों की स्थित संकरी गलियों जैसी हो जाने को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद निगम अमले ने सुबह कोतवाली तिराहा से मिशन चौक तक अभियान चलाकर 15 व्यापारियों के चालान काटे और दोबारा सडक़ पर सामग्री पाए जाने पर फिर जुर्माना लगाने की चेतावनी दी। इस दौरान अमानक पालीथिन का उपयोग करने वालों पर भी कार्रवाई की गई। शाम को अमले ने कोतवाली तिराहा से साधूराम हाइस्कूल मार्ग, सुभाष चौक, मेन रोड से स्टेशन तिराहा तक अभियान चलाया। सडक़ पर रखी सामग्री को जब्त करने के साथ ही 15 लोगों के खिलाफ चालानी कार्रवाई की गई। आयुक्त नगर निगम एबी सिंह ने बताया कि कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। इस दौरान महेन्द्र शर्मा, प्रदीप सोलंकी, प्रशांत परौहा, संजय रावत, संदीप चौदहा सहित निगम के कर्मचारी व पुलिस बल मौजूद था।

एक दिन कार्रवाई और दूसरे दिन वही हाल

नगर निगम और पुलिस प्रशासन का कार्रवाई का दुकानदारों पर कितना असर हो रहा है, ये कार्रवाई के अगले दिन ही नजर आने लगता है। एक दिन पहले जहां पर कार्रवाई की जाती है, उसी सडक़ पर अगले दिन फिर सडक़ पर सामान नजर आता है। लोगों को भी ये पता है कि आज कार्रवाई की गई है तो अब अगले कई माह तक कोई यहां देखने नहीं आएगा। इसके चलते कार्रवाई के अगले दिन से ही वे अपने पुराने ढर्रे पर लौट आते हैं।

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