कटनीPublished: Dec 03, 2018 12:06:29 pm
dharmendra pandey
एड्स दिवस के अवसर पर शासकीय तिलक कॉलेज में भाषण स्पर्धा व कार्यशाला का हुआ आयोजन
This terrible disease does not cause touching and eating with
कटनी. शनिवार को विश्व एड्स दिवस मनाया गया। इस अवसर पर शासकीय तिलक कॉलेज में रेड रिबन क्लब के तहत भाषण स्पर्धा व कार्यशाला का आयोजन हुआ। भाषण स्पर्धा में छात्रों ने एड्स को लेकर अपने विचार रखे। कार्यशाला में मौजूद जिला अस्पताल के डॉक्टर व कॉलेज के प्रोफेसर्स ने एड्स के बारे में जानकारी दी। रोकथाम के उपाय बताए। स्पर्धा में पवन कुमार सिंह ने पहला स्थान प्राप्त किया। सचिन तिवारी दूसरे व सुजीत सिंह ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। तीनों छात्रों को जिला अस्पताल के क्षय रोग विशेषज्ञ डॉ. एसपी सोनी ने प्रमाण पत्र व पुरस्कार भेंटकर सम्मानित किया। कॉलेज की प्रोफेसर डॉ. नेहा जैन ने छात्रों को एड्स के निदान और रोकथाम में अंतर बताया। उन्होंने कहा कि निदान का अर्थ जानकारी लगना होता है। एड्स दो तरह के होते है। कार्यक्रम के दौरान डॉ. माधुरी गर्ग कार्यक्रम अधिकारी रासेयो, पद्मजा शुक्ला, ज्योत्सना आठ्या, मधुमती जैन, डॉ. ज्ञानेन्द्र मोहन श्रीवास्तव, डॉ. रोशनी पाण्डेय, डॉ. विनोद भूरिया, डॉ. नेहा जैन, डॉ. मुनीष नेगी, जिला चिकित्सालय से राघवेन्द्र शर्मा, हेमन्त श्रीवास्तव, अजीत वंशकार, रवि कुमार गौतम, प्रदीप हल्दकार, आशीष लोहरिया ने एड्स की जांच एवं उपचार की जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रूकमणि प्रताप सिंह ने किया। इस दौरान बड़ी संख्या में छात्र मौजूद रहे। .
जिला अस्पताल में संगोष्ठी का किया गया आयोजन
जिले में एक दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया गया। इस मौके पर जिला अस्पताल सहित विभिन्न जगहों पर जागरुकता कार्यक्रम हुए। एड्स दिवस के अवसर पर शनिवार को जिला अस्पताल में संगोष्ठी हुई। डॉक्टरों ने एड्स के रोकथाम व जागरुकता को लेकर परिचर्चा की। जागरुकता केे लिए शहर में रिक्शे के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराया गया। कार्यक्रम के दौरान सीएमएचओ डॉ. एसके निगम, सिविल सर्जन डॉ. एसके शर्मा, जिला एड्स नोडल अधिकारी डॉ एसपी सोनी, डॉ. यशवंत वर्मा, डॉ. राजेन्द्र ठाकुर, हेमंत श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
छूने व साथ खाना खाने से नहीं होती एड्स की बीमारी
श्रीकृष्ण गौसेवा समिति के सदस्यों द्वारा शनिवार को विश्व एड्स दिवस मनाया गया। इस दौरान समिति के सदस्यों ने ग्राम पिपरौध स्थित एक निजी स्कूल में संगोष्ठी का आयोजन किया। छात्रों को एचआइवी के बारे में जानकारी दी। निदान व रोकथाम के उपाय बताए। समिति के सदस्यों ने कहा कि एचआइवी पीडि़त व्यक्ति के साथ बैठकर खाना खाने व छूना से यह बीमारी नहीं होती है। कार्यक्रम के दौरान गणेश पटेल, राजेन्द्र झा, पीके मिश्रा, लक्ष्मी अडलक, सोनल जैन, सीमा श्रीवास, वंदना रजक, आशा पटेल, दुर्गेश शर्मा सहित बड़ी संख्या में स्कूल के छात्र मौजूद रहे।
लाइलाज बीमारी है एड्स, जागरुकता और सावधानी से होता है बचाव
शासकीय महाविद्यालय उमरियापान में शनिवार को एड्स जागरुकता दिवस मनाया गया। इस दौरान महाविद्यालय के प्रोफेसरों ने छात्र-छात्राओं को एड्स से सम्बंधित जानकारी दी। डॉ.शाहिन खान ने कहा कि एड्स लाइलाज बीमारी है। समय पर इलाज से इससे बचा जा सकता है। इसलिए सबका कर्तव्य बनता है कि खुद अवेयर रहें और दूसरों को भी अवेयर करें। उन्होंने कहा कि 1 दिसम्बर 2013 को विश्व एड्स दिवस विश्वभर में मनाया गया। वर्ष 2011 से वर्ष 2015 तक एड्स दिवस का केंद्रीय विषय गैटिंग टू जीरो, (शून्य की तरफ बढऩा) रखा गया। जिसका उद्देश्य नए एचआईवी संक्रमण, भेदभाव और एड्स से होने वाली मौतों को समाप्त करने के प्रयास करना है। डॉ. रवि विश्वकर्मा ने कहा कि दुनिया में सबसे खतरनाक बीमारी है एड्स। इस बीमारी से बचने का एकमात्र उपाय है सावधानी और जागरूकता। उन्होंने बताया कि न्यूयॉर्क में साल 1981 में इसके बारे में पहली बार पता चला था। भारत में पहला एड्स मरीज वर्ष 1986 में मद्रास में पाया गया था। कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहीं।