यहां भुगतान की भी समस्या
रीठी तहसील अंतर्गत ग्राम बडग़ांव सहित अन्य सरकारी धान खरीदी केंद्रों में खरीदी प्रभारियों की ढीलढाल और बारदाना की कमी के कारण केंद्रों में धान के बेतहाशा ढेर बढ़ते गए। निर्धारित तिथि के समीप होने के बाद भी केन्द्रों में अधिक मात्रा में किसान अपनी उपज बेचने से वंचित रह गए। जिसके कारण प्रशासन की ओर से आनन-फानन में किसानों की धान खरीदने के लिए उन्हें टोकन जारी किए गए थे। लेकिन निर्धारित तिथि तक किसानों की धान नहीं तुल सकी इसके बाद भोपाल से ही करीब दो माह तक पोर्टल लॉक रहा। पोर्टल लाक होने की वजह से किसानों की धान तुलाई हो जाने के बाद भी केन्द्रों में ही रखी। किसानों से खरीदी गई धान पोर्टल पर दर्ज न होने के कारण किसानों का भुगतान भी नहीं किया गया। इसके बाद कुछ दिनों पूर्व ही पोर्टल खुलने पर केन्द्रों में रखी धान संबंधित किसानों के खाते में दर्ज की गई और उक्त धान का परिवहन किया गया। लेकिन क्षेत्र की ही किसान युगलकुमारी पति स्व. भीष्म शाह जूदेव ने बताया कि उन्हें सरकारी धान खरीदी केंद्र बडग़ांव में अपनी धान बेचने के लिए टोकन दिया गया था लेकिन दो माह तक उनकी धान तुलाई हो जाने के बाद भी खाते में दर्ज नहीं की गई जिससे उन्हें बेची गई धान की राशि का भुगतान भी नहीं किया गया। अब जबकि लगभग सभी किसानों की धान उनके खातों में दर्ज की जा चुकी है फिर युगलकुमारी की 925 बोरी धान आज दिनांक तक पोर्टल पर दर्ज नहीं की जा सकी। परेशान किसान ने कलेक्टर को पीड़ा बताते हुए आवेदन सौंपा है। कलेक्टर से शीघ्र ही धान पोर्टल पर दर्ज कराने और बेची गई धान की राशि दिलाने की मांग की है।