scriptकटनी के इस गांव के पास चहलकदमी कर रहे बाघ और तेंदुआ | Tiger knock: leopard, pugway, forest staff, tiger panic | Patrika News

कटनी के इस गांव के पास चहलकदमी कर रहे बाघ और तेंदुआ

locationकटनीPublished: Jan 19, 2020 11:45:56 pm

Submitted by:

sudhir shrivas

मवेशी पर भी हुआ हमला, वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने की दी समझाइश

निरीक्षण करता वन अमला।

निरीक्षण करता वन अमला।

कटनी.उमरियापान। एक बार फिर से वन परिक्षेत्र ढीमरखेड़ा के मढ़ाना बीट क्षेत्र में बाघ के विचरण करने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल रहा। बाघ होने की सूचना पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर जायजा लिया। वन विभाग को सर्च के दौरान कहीं भी बाघ के होने की पुष्टि नहीं हुई।
वन विभाग की टीम ने तेंदुए के होने की पुष्टि जरूर की है। वन विभाग की टीम को सर्च के दौरान ढीमरखेड़ा के मढ़ाना बीट के जंगल मे तेंदुए के पगमार्क मिले हैं। वहीं तेंदुए के हमले से घायल एक मवेशी भी मिला। मवेशी की गर्दन पर तेंदुए द्वारा किए गए हमले के निशान भी हैं। वहीं कुछ लोगों ने तेंदुआ को देखा भी है, जिसके बाद वन विभाग ने क्षेत्र में बाघ होने को अफवाह फैलाते हुए तेंदुए होने की बात कहीं है। हालांकि तेंदुआ होने की पुष्टि होने के बाद क्षेत्र में वन विभाग भी अलर्ट हो गया है। वन परिक्षेत्र अधिकारी डॉ. गौरव सक्सेना का कहना है कि क्षेत्र में फिलहाल बाघ नहीं है। तेंदुआ के हमले से बैल घायल हुआ है। लोगों को सतर्क रहने की समझाइश दी गई है। वन कर्मचारियों ने गश्त करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि लोग जगंल की ओर खेतों पर कार्य करने के लिए झुंड बनाकर जाएं। रास्ते में शोर मचाते हुए ही जाने की कोशिश करें, जिससे हमले की आशंका कम हो जाएगी।

चारों तरफ जंगल और पहाड़ों से घिरा ढीमरखेड़ा

बता दें कि चारों तरफ जंगल और पहाड़ों से घिरे ढीमरखेड़ा वन परिक्षेत्र में एक बार फिर बाघ और तेंदुआ की दहशत है। क्षेत्र में कभी बाघ तो कभी तेंदुआ के पगमार्क दिखाई दे रहे हैं। यह पहला मौका नहीं है, जब तेंदुआ या बाघ ढीमरखेड़ा में प्रवेश कर गए हों, पिछलों कुछ वर्षों में ढीमरखेड़ा के जंगल क्षेत्र में अक्सर बाघ और तेंदुआ का मूवमेंट बना हुआ है।

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