प्रदेश सरकार की महत्वाकांछी गौशाला योजना में अब बजट का अड़ंगा, शुरू नहीं हो पा रहा निर्माण
तीन घंटे में पचास मीटर दूर नहीं पहुंच सका जीआरपी अमला, ट्रेन में पड़ा रहा युवक का शव
अभिभावकों का कहना है कि बोर्ड परीक्षाओं में सरकारी स्कूल के बच्चों के परिणाम में आशाजनक सुधार हो रहा है। सरकारी स्कूलों में पढ़ाई कर रहे बच्चों के अभिभावकों को गणवेश से लेकर पुस्तकें व अन्य खर्च में भी बचत होती है। जिस कारण अभिभावक अब बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं।
शिक्षा विभाग के डीइओ एसएन पांडेय का कहना है कि आरटीइ के तहत जिलेभर में आरक्षित चार हजार से ज्यादा सीटों में आधी खाली रह गई है। इसके पीछे अभिभावकों द्वारा बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाना भी एक कारण है।