scriptपेड़ की छांव में आराम कर रहे किसान को रेत वाहन ने कुचला, 24 घंटे बाद भी कार्रवाई नहीं | truck crushed farmer resting in tree shade, no action even after 24 h. | Patrika News

पेड़ की छांव में आराम कर रहे किसान को रेत वाहन ने कुचला, 24 घंटे बाद भी कार्रवाई नहीं

locationकटनीPublished: Apr 13, 2021 11:32:48 am

बड़वारा थानाक्षेत्र के देवरी निवासी गया पटेल को बम्हौरी मोड़ में ट्रक ने मारी ठोकर, अस्पताल ले जाते रास्ते में मौत.
– रेत खनन में मनमानी चरम पर, वाहन ले रहे ग्रामीणों की जान.

Elderly injured in collision with a vehicle transporting sand on Sunday.

रेत परिवहन कर रहे वाहन द्वारा रविवार को टक्कर मारने के घायल अवस्था में बुजुर्ग.

कटनी. रेत परिवहन कर रहे ट्रक द्वारा बुजुर्ग को ठोकर मारने से मौत के चौबीस घंटे बाद भी पुलिस द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं किए जाने मामला सामने आया है। 11 अप्रैल की शाम करीब 4.30 बजे बम्हौरी मोड़ पर रोहनिया गांव स्थित खेत से लौट रहे देवरी निवासी किसान गया पटैल (60) पेड़ की छांव में आराम कर रहे थे। तभी रेत लेने जा रहे ट्रक वाहन क्रमांक एमपी 20 जीए 4736 के चालक ने सड़क किनारे जाकर बुजुर्ग को ठोकर मार दी। ट्रक की ठोकर से बुजुर्ग गया पटैल घायल हो गए और इलाज के लिए अस्पताल ले जाए जाने के दौरान मौत हो गई।
मृतक के पुत्र अजीत पटैल ने आरोप लगाया कि रविवार को उनके किसान पिता की मौत के 24 घंटे के बाद भी बड़वारा पुलिस ने ठोस कार्रवाई नहीं की। जिस ट्रक ने ठोकर मारी है वह विपिन बिलौहा निवासी सुहागी के नाम पंजीकृत है। आरोप है कि बड़वारा पुलिस इस मामले में रेत परिवहन से जुड़े लोगों के इशारे पर कार्रवाई नहीं कर रही है।
वहीं बड़वारा थाना प्रभारी रोहित डोंगरे ने बताया कि रेत परिवहन वाहन द्वारा बुजुर्ग को ठोकर मारने के बाद अस्पताल ले जाए जाने के दौरान मौत हुई है। मर्ग डायरी का इंतजार है। आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में पूर्व में कुम्हरवारा सहित कई नदी घाटों में हादसे घटित हुए हैं। लोहरवारा और इमलिया नदी घाटों में भी मनमानी चल रही है। जेसीबी और पोकलेन के माध्यम से गहरी खुदाई करके रेत निकाली जा रही है। वहीं वाहन अंधाधुंध भाग रहे हैं, जिससे हादसे हो रहे हैं। इन दिनों बड़वारा तहसील में बड़े पैमाने पर उमड़ार और महानदी मे हो रहे रेत के अवैध कारोबार के लगे वाहनों के कारण ग्रामीणों को जान गवानी पड़ रही है। नियमों को ताक पर रखकर खनन हो रहे हैं। ओवर लोडिंग व तेज रफ्तार हाइवा-ट्रक लोगों की जान ले रहे हैं और जिम्मेदार बेखबर हैं।

 

Arbitrary during mining at Loharwara Ghat of Umder River.
उमड़ेर नदी के लोहरवारा घाट में खनन के दौरान मनमानी. IMAGE CREDIT: Raghavendra

लॉकडाउन में रेत खनन में और बढ़ी मनमानी, पानी के अंदर से रेत खनन के सबूत, फिर भी कार्रवाई नहीं
पीसीबी अधिकारी ने कहा-पहले देख हीं नहीं पाए, अब एक-दो दिन में देखते हैं-

उमड़ेर नदी के लोहरवारा घाट में लॉकडाउन का फायदा उठाकर रेत खनन में मनमानी बढ़ गई है। ग्रामीणों ने बताया कि यहां पानी के अंदर से मनमाने रेत खनन के सबूत देखे जा सकते हैं। इस बारे में खनिज विभाग से लेकर प्रदूषण नियंत्रण विभाग (पीसीबी) और एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों को जानकारी देने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। इधर, प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा जारी एनओसी मानकों को ताक पर रखकर खनन को लेकर पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी एसपी झा का कहना है कि पूर्व में देख नहीं पाए थे, अब एक या दो दिन दिन में देखते हैं।

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