सीएमएचओ डॉ. एसके निगम ने राजकुमार पांडेय की जांच रिपोर्ट भोपाल में कोरोना पॉजीटिव आने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि दो अप्रैल को राजकुमार माता व पिता को छोडऩे कार से कैमोर आया था। यहां एक दिन रुका और दोस्तों से मिलने के साथ ही किराने की दुकान व बाजार में खरीददारी की जानकारी मिली है। उसके कोरोना पॉजीटिव की रिपोर्ट आने के बाद 6 अप्रैल को कैमोर में माता और पिता का सैंपल लेने कोरोना के लिए गठित रैपिड रिस्पांस (आरआर) टीम को भेजा गया। टीम ने संपर्क में आने वाले 11 लोगों का सैंपल लिया, जिसे जांच के लिए आइसीएमआर सेंटर जबलपुर भेजा गया।
कलेक्टर एसबी सिंह ने कैमोर की घटना के बाद 7 और 8 अप्रैल को पूरे जिले में संपूर्ण लॉकडाउन के निर्देश दिए हैं। कैमोर में संपूर्ण लॉकडाउन की स्थिति में मेडिकल, सब्जी, किराना व फल की दुकानें भी बंद है।
मोहल्ला सील, जायजा लेने पहुंचे अधिकारी
राजकुमार के सोमवार को भोपाल में कोरोना पॉजीटिव का रिपोर्ट आते ही कैमोर स्थित भटिया मोहल्ला (जहां राजकुमार का घर है और वह रुका था) को सील कर दिया गया है। आसपास के लोगों को घर से नहीं निकलने की सलाह दी गई है। मौके का जायजा लेने कलेक्टर एबसी ङ्क्षसह, एसपी ललित शाक्यवार सहित अन्य अधिकारी सोमवार देरशाम कैमोर पहुंचे।
हेल्थ बुलेटिन में गलत जानकारी
कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारियों पर सवाल उठ रहे हैं। विभाग का दावा है कि बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्तियों की जांच की जा रही है। कैमोर मामले में विभाग को जानकारी नहीं होने के बाद जिम्मेंदारों पर लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। 6 अप्रैल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा 11 सैंपल लेकर कोरोना जांच के लिए भेजा गया। बुलेटिन में पूर्व का आंकड़ा एक ही बताया गया।