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कटनी एसपी से की है बात
शिकायतकर्ता ने कहा कि इस मामले में कटनी एसपी से बात की गई है। लिखित शिकायत भी दी जा रही है। रेत परिवहनकर्ताओं व मोटर मालिकों को पुलिस-प्रशासन द्वारा परेशान किया जा रहा है। बार-बार मरने से अच्छा एक बार मरना ठीक रहेगा। अलग-अलग नियम हैं हर विभाग में। हमारी मांग है एक नियम किया जाएगा। मप्र खनिज विभाग घन मीटर में परिवहन करने का टीपी देता है। हमें घनमीटर में परिवहन करने की अनुमति दी। इसको सभी विभाग के लोगों मानें। परिवहन विभाग, खनिज विभाग और पुलिस विभाग में मान्य होगा। पुलिस टन में रेत को नापती है तो वह ओवरलोड होती है। आरटीओ टन में कार्रवाई करता है। प्रशासनिक अधिकारियों से घनमीटर में रेत परिवहन करने की अनुमति दी जाए।
गुंडा टैक्स देने को मजबूर
रेत कारोबारियों ने कहा कि हर थाने में परेशान किया जाता है। पुलिस का रेत परिवहन में रोल नहीं होना चाहिए। पुलिस द्वारा मोटर मालिकों से अवैध वसूली कर रही है। इसमें कटनी-सतना जिला की पुलिस शामिल है। हम लोग रास्ते से निकलने में गुंडा टैक्स देने में मजबूर हैं। सभी व्यवसायी इसके विरोध कर रहे हैं। बॉडी के ऊपर से गाड़ी नहीं चलाएंगे। खनिज नियमों का पालन करेंगे। कार्रवाई ओवरलोड पर खनिज विभाग करे। अन्य विभाग का हस्ताक्षेप नहीं होना चाहिए।
ये हैं बातचीत के अंश
सोशल मीडिया में जो वीडिया वायरल हुआ है उसमें एक रेत कारोबारी और सहायक उप निरीक्षक एचजी झारिया के बीच बात
रेत कारोबार- जानते हैं गोपाल सिंह सात गाड़ी निकाला है। समझ रहे हैं।
एचजी झारिया- कौन-कौन रहे हैं।
रेत कारोबारी- अवधेश और गोपाल।
एचजी झारिया- तुम्हारी व दिन भी गाड़ी निकली है महाराज।
रेत कारोबारी- कहा निकली है साहब, एनके पांडेय भी ऐसे थे, आपकी दया से निकलती है।
रेत कारोबारी- या पकड़ी पांच हजार हैं, आज सात निकली है। छह गाड़ी गोपाल निकाला है।
एचजी झारिया- मैं बोलता हूं आप दिये हो गोपाल को।
रेत कारोबारी- आज नहीं दिया। मेरी गाड़ी नहीं निकली मेरी।
एचजी झारिया- जब मैं हूंं तो संजय को लहटे क्यों हो। प्रभारी नहीं हैं मैं हूं, खैर जो कस्टूमर दे, खैर मेरा ध्यान रखना।
रेत कारोबारी- सबको बोलता हूं झारिया साहब को ही रुपया दिया करो।
एचजी झारिया- मैं अपना काम शुरू करूंगा तो तहश-नहश हो जाएंगे, मैं हंसकर टालदेता हूं तो सब नॉर्मल समझ लेते हैं। मैं बहुत टेढ़ा हूं। बताकर इमानदारी से 100 गाड़ी निकाल लो, 100 खून माफ है। मेरे से जरा भी हेराफेरी किया तो मेरा भेजा सनक जाएगा।
रेत कारोबारी- संजय आपको पैसा दिया है।
एचजी झारिया- हां कल 800 रुपये दिया था।
पहले भी सामने आ चुका है मामला
डेढ़ माह पूर्व भी बरही में रेत के अवैध खनन और परिवहन पर कार्रवाई को लेकर तत्कालीन थाना प्रभारी एनके पांडेय और उप निरीक्षक मीनांक्षी पंद्रे के बीच विवाद का मामला सामने आया था। उपनिरीक्षक ने रेत के अवैध परिवहन पर कार्रवाई की तो टीआइ ने आड़े हाथों लिया था। कई दिनों तक यह विवाद का सिलसिला चला, सोशल मीडिया में वायरल हुआ, इसके बाद एसपी ने एनके पांडेय को वहां से एक माह पहले हटा दिया था। अब नया मामला सामने आ गया।
इनका कहना है
वीडियो कैसे वायरल हुआ, इसकी मुझे जानकारी नहीं हैं। मेरे द्वारा रुपयों के लेनदेन को लेकर कोई बात नहीं हुई। मोटरव्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
एचजी झारिया, उप निरीक्षक बरही थाना।
वाहनों की जांच की जा रही थी। जांच के दौरान उनके पास टीपी मिली थी। वाहन चालक रेत लोड वाहन लेकर भाग रहे थे। इस पर मोटरव्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की। हमने उनसे कोई अवैध वसूली नहीं की और वे देंगे भी क्यों।
पंकज शुक्ला, थाना प्रभारी बरही।
थाना प्रभारी पंकज शुक्ला के साथ कार्रवाई के दौरान मैं मौजूद था। दो वाहनों पर मैंने कार्रवाई की थी। सात पर थाना प्रभारी ने। मैंने कोई रुपये नहीं लिए आरोप निराधार हैं।
आरएस झारिया, उप निरीक्षक थाना बरही।
इनका कहना है
बरही थाना में पदस्थ उपनिरीक्षक हरगोविंद झारिया और प्रभारी थाना बरही उपनिरीक्षक पंकज शुक्ला को तत्काल पुलिस लाइन सम्बद्ध करने का आदेशित किया है। एसडीओपी स्लीमनाबाद प्रमोद कुमार सारश्वत को पूरे मामले की जांच करने एवं जांच रिपोर्ट जल्दी प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया है।
संदीप मिश्रा, एएसपी व प्रभारी पुलिस अधीक्षक।