दो शिक्षक दोनों बने बीएलओ:
शासकीय प्राथमिक शाला मंगलनगर में पांच बच्चों को पढ़ाने के लिए सरकार ने दो शिक्षकों की नियुक्ति की है। सबसे बड़ी बात यह है कि स्कूल में पदस्थ दोनों शिक्षकों के पीछे सरकार हर माह 70 हजार रुपये से अधिक खर्च कर रहीं है, लेकिन इन शिक्षकों को पढ़ाने का समय नहीं मिल पा रहा है। दोनों को बीएलओ बना दिया है। ऐसे में स्कूल में तैनात दोनों ही शिक्षक दिनभर चुनाव के काम में व्यस्त रहते है।
हर दिन नहीं आते पांचों बच्चे:
प्राथमिक शाला मंगलनगर में दर्ज 5 छात्र भी हर दिन स्कूल नहीं आते है। किसी दिन दो बच्चे आए तो किसी ने चार। छात्रों के कम आने की वजह से तैनात शिक्षक भी समय काटते रहते है।
कक्षा दर्ज छात्रों की संख्या
-1 -02
-2-02
3-01
-4-00
-5-00
मर्ज कराया जाएगा
शासकीय प्राथमिक शाला मंगलनगर में 5 छात्र दर्ज है। इसकी जानकारी मुझे नहीं है। आपके माध्यम से मिली है। स्कूल को मर्ज किए जाने का प्रावधान है। जल्द ही कार्रवाई कराई जाएगी।
केवीएस चौधरी, कलेक्टर।
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क्षेत्र में कई निजी स्कूलें भी खुल गई है। जिस वजह से अधिकांश छात्र नाम कटाकर चले गए है। वर्तमान समय में स्कूल में सिर्फ 5 छात्र ही दर्ज है। कक्षा 4व 5वीं में एक भी छात्र नहीं है।
नारायण दास पेशवानी, प्रधानपाठक।
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