scriptजानिए जिले के इस कॉलेज प्राचार्य ने क्यों नहीं दिया रुपयों का हिसाब | UGC did not give money | Patrika News

जानिए जिले के इस कॉलेज प्राचार्य ने क्यों नहीं दिया रुपयों का हिसाब

locationकटनीPublished: May 27, 2018 09:04:31 pm

Submitted by:

dharmendra pandey

छात्राओं को नहीं मिल रहा लाभ

hostel

hostel

कटनी. यूजीसी से मिले रुपयों के समायोजन की जानकारी प्रभारी प्राचार्य द्वारा नहीं जा रही है। जिसके चलते यूजीसी ने शासकीय तिलक कॉलेज में सामान्य वर्ग की छात्राओं के लिए बन रहे छात्रावास निर्माण की राशि रोक दी है। कॉलेज प्रबंधन की इस लापरवाही के कारण छात्रावास का निर्माण कार्य बीते डेढ़ साल से बंद पड़ा है और इसका खामियाजा छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है। उन्हें छात्रावास में रहकर पढ़ाई करने की सुविधा अब तक नहीं मिल पाई है।
जिले के शासकीय तिलक कॉलेज में पढ़ाई कर रहीं सामान्य वर्ग की छात्राओं के पास छात्रावास की सुविधा नहीं दी थी। यूजीसी द्वारा साल 2014-15 में दो मंजिला छात्रावास बनवाने के लिए ११वीं व १२वीं पंचवर्षीय योजना के तहत 60-60 लाख रुपये की राशि दी गई। कॉलेज प्रबंधन ने मप्र गृह निर्माण व अधोसंरचना विकास मंडल को कार्य कराने की जिम्मेदारी दी। इस बीच यूजीसी द्वारा 11वीं पंचवर्षीय योजना के तहत 60 लाख रुपये की राशि दे दी, लेकिन दूसरी मंजिल के लिए १२वीं पंचवर्षीय योजना के तहत मिलने वाले 60 लाख रुपये में से लगभग 30 लाख रुपये ही दिए। दूसरी किस्त रोक दी। जिसके चलते निर्माण एजेंसी ने कार्य बंद कर दिया। अब पिछले डेढ़ साल से कार्य रुका पड़ा हुआ।

50 सीटर का है छात्रावास
यूजीसी से मिले अनुदान के तहत बन रहे इस छात्रावास में 50 छात्राएं रहकर पढ़ाई कर सकेंगी। भूतल में 13कमरे व प्रथम तल में 15 कमरे बनाया जाना है। कॉलेज से मिली जानकारी के अनुसार छात्रावास में यदि सामान्य वर्ग की छात्राएं नहीं मिलती है तो दूसरे वर्ग की छात्राओं को भी रहने की सुविधा दी जाएगी।

जानकारी भेजी जा चुकी है
यूजीसी द्वारा जो पैसा दिया गया है, उसकी जानकारी भेजी जा चुकी है। छात्रावास निर्माण की राशि के लिए कई बार यूजीसी को मांग पत्र भेजा जा चुका है, लेकिन राशि अब तक जारी नहीं की गई। पैसा क्यों नहीं दिया जा रहा है, इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है।
डॉ. सुधीर खरे, प्रभारी प्राचार्य
…………………………

प्राचार्य ने नहीं दी जानकारी
यूजीसी द्वारा जो फंड शासकीय तिलक कॉलेज को दिए गए थे। उसके समायोजन की जानकारी नहीं दी गई है। जिस वजह से छात्रावास निर्माण के लिए यूजीसी ने फंड जारी नहीं किया है।
डॉ.जीएस चौहान, उपसचिव भोपाल यूजीसी
……………………………

डेढ़ साल से नहीं मिली दूसरी किस्त
मप्र गृह निर्माण एवं अधोसंचरना विकास मंडल द्वारा छात्रावास का निर्माण कराया जा रहा है। डेढ़ साल से दूसरी किस्त नहीं मिली है। जिसके चलते काम रुका हुआ है। पैसा मिलने के बाद ही काम शुरू हो पाएगा।
संजीव सक्सेना, सब इंजीनियर, मप्र गृह निर्माण मंडल

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो