इनका कहना है
सेंट्रल मप्र ग्रामीण बैंक भोपाल की ऑडिट टीम ने गड़बड़ी की आशंका जताई है। जिला अंत्यावसायी कार्यालय की भूमिका भी संदिग्ध बताई हैं। शिकायत के आधार पर पूरे मामले की जांच एडीएम को दी गई है। रीजनल महाप्रबंधक ने तत्कालीन बैंक प्रबंधक को निलंबित कर दिया है। वर्तमान वाले प्रबंधक को हटाकर जबलपुर भेज दिया गया है।
केवीएस चौधरी, कलेक्टर।