रतनजोत खाने की वजह से शासकीय प्राथमिक शाला कारीतलाई बरहा मोहल्ला के २५ छात्र बीमार पड़े है। सभी को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। खतरे से सभी विद्यार्थी बाहर है।
डॉ. विनोद, बीएमओ, विजयराघवगढ़।
कटनीPublished: Jan 19, 2020 12:31:54 pm
dharmendra pandey
जानकारी लगते ही शिक्षक व अभिभावक बच्चों को लेकर पहुंचे विजयराघवगढ़ अस्पताल, कराया भर्ती, शासकीय प्राथमिक शाला कारीतलाई का मामला
विजयराघवगढ़ अस्पताल में भर्ती छात्र।,विजयराघवगढ़ अस्पताल में भर्ती छात्र।,विजयराघवगढ़ अस्पताल में भर्ती छात्र।
कटनी. विजयराघवगढ़. शासकीय प्राथमिक शाला कारीतलाई बरहा मोहल्ला में कक्षा १ से लेकर ५वीं तक के २५ छात्रों ने शनिवार को रतनजोत (जेट्रोफा) का बीज खा लिया। इससे छात्रों की तबीयत खराब हो गई। सूचना लगते ही गांव में अफरा-तफरी मच गई। शिक्षक व अभिभावक बच्चों को लेकर विजयराघवगढ़ अस्पताल पहुंचे। यहां पर भर्ती कर डॉक्टरों ने इलाज शुरू किया। सभी बच्चे खतरे से बाहर है।
जानकारी के मुताबिक जनपद शिक्षा केंद्र विजयराघवगढ़ अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला कारीतलाई बरहा मोहल्ला आती है। शनिवार दोपहर मध्यान्ह भोजन के लिए स्कूल की छुट्टी हुई। भोजन करने के बाद सभी बच्चे स्कूल परिसर के बाहर खेल रहे थे। पास में ही रतनजोत का पेड़ लगा था। खेलते-खेलते सभी छात्र वहां पर पहुंच गए और बीज तोड़कर खाने लगे। कुछ ही देर में सभी छात्रों को उल्टी शुरू हो गई। एक साथ विद्यार्थियों को उल्टी होता देख शिक्षक सकते में आ गए। शिक्षकों नेपरिजनों को सूचना दी।
समय पर नहीं पहुंची १०८ एंबुलेंस, तीन वाहन से ले गए अस्पताल
विद्यार्थियों के बीमार पडऩे पर अस्पताल ले जाने के लिए शिक्षकों व ग्रामीणों ने १०८ एबुलेंस को फोन किया। कुछ समय तक आने का इंतजार भी किया। नहीं आने पर तीन वाहन बुक किए और सभी विद्यार्थियों को लेकर विजयराघवगढ़ अस्पताल पहुंचे। यहां पर भर्ती कर डॉक्टर संजय शिवहरे और डॉ. गुलशेर अहमद ने इलाज शुरू किया।
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यह छात्र हुए बीमार
शक्ति यादव, नंदनी चक्रवती, कृष्ण चक्रवर्ती, अंशिका यादव, सरल सिंह, दीपक सिंह, सचिन भ्रमण, सारिका भ्रमण, काजल चौधरी, अनुज यादव, अंजली यादव, शिवानी नामदेव, क्रांति कॉल, शिवानी दहिया, रुक्मणी दहिया, प्रीति बर्मन, कृष्णा यादव, कंचन भ्रमण सहित अन्य छात्र अन्य शामिल है।
रतनजोत खाने की वजह से शासकीय प्राथमिक शाला कारीतलाई बरहा मोहल्ला के २५ छात्र बीमार पड़े है। सभी को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। खतरे से सभी विद्यार्थी बाहर है।
डॉ. विनोद, बीएमओ, विजयराघवगढ़।