रीठी जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत बरहेटा में मनरेगा योजना से मेढ़ बंधान में काम करने वाली महिलाएं कम मजदूरी की शिकायत लेकर जनपद पहुंची। लाडली बाई, कल्लू बाई, श्याम बाई, प्रेम बाई, रामकली व अन्य महिलाओं ने बताया कि मजदूरी के नाम पर महज सौ रूपये की मजदूरी दी गई। दो सप्ताह में एक सप्ताह की ही मजदूरी मिली। काम करने वाली महिलाओं ने बताया कि उन्हे छह सौ रूपये कम मजदूरी दी गई। जनपद सीइओ के कार्यालय में नहीं होने के कारण महिलाएं अपनी परेशानी भी नहीं बता पाईं। इस बीच गांव का रोजगार सहायक पहुंचा और कहा कि जो मजदूरी है वह मिलेगी। महिलाएं सीइओ का शाम तक इंतजार करने के बाद वापस चले गए।
ग्राम पंचायत बंडा में काम करने की उम्मींद लेकर पंचायत भवन पहुंचे मजदूर दोपहर तक सचिव का ही इंतजार करते रहे। भारत आदिवासी, साजन आदिवासी, राजेश, मूलचंद भूमिया, प्रभु कोरी, चंदू यादव व संतलाल सहित अन्य ने बताया कि जब दोपहर तक पंचायत में सचिव से मुलाकात नहीं हुई तो फोन पर जानकारी ली गई। सचिव ने बताया कि मस्टर नहीं होने के कारण काम नहीं होगा।