यह है पंजीयन की स्थिति
जिले में रबी सीजन की उपज गेहूं, चना, मसूर और सरसों बेचने के लिए जिलेभर के 49 हजार 179 किसानों ने पंजीयन कराया है। इसमें से 37 हजार 518 किसान गेंहूं, 8 हजार 735 चना, 1793 मसूर और 1135 किसानों ने सरसों बेचने के लिए पंजीयन कराया है। बता दें कि 2018 में गेहूं के लिए कुल 27 हजार 737 किसानों ने पंजीयन कराया था, जिसमें से 151817 मेट्रिक टन गेंहू की खरीदी हुई थी। इसी प्रकार 4320 चना के लिए किसानों ने पंजीयन कराया था जिसमें से 7997 मेट्रिक टन की खरीदी हुई। इसी प्रकार 680 किसानों ने मसूर के लिए पंजीयन कराया था और 542 मेट्रिक टन की खरीदी हुई थी। सरसो बेचने के लिए 749 किसानों ने पंजीयन कराया था जिसमें से 712 मेट्रिक टन की खरीदी हुई थी। इस वर्ष संख्या बढऩे की मुख्य वजह किसान कर्जमाफी है। समर्थन मूल्य के कारण किसानों ने पंजीयन कराया है।
बारदाने की भी समस्या
जिले में अभी भी पर्याप्त मात्रा में बारदाना नहीं पहुंचे हैं। इस साल गेहूं खरीदी के लिए 56 केंद्र में से 2550 गठान बारदाना की सप्लाई हुई है। याने कि कुल 12 लाख 75 हजार बारदाने ही आए हैं, जबकि 38 लाख बारदानों की जरुरत है। 190 लाख मेट्रिक टन खरीदी के लक्ष्य अनुसार 7600 गठान बारदाना की आवश्यकता है। एक गठान में 500 बारदाना होते हैं।
इनका कहना है
जिले के कुछ केंद्रों में किसान उपज लेकर पहुंचे थे। नमी होने के कारण खरीदी नहीं हो पाई है। मंगलवार से खरीदी जोर पकड़ेगी। अभी बारदाना कम पहुंचे है, शीघ्र ही व्यवस्था होगी।
रविकांत ठाकुर, सहायक आपूर्ति अधिकारी, खाद्य विभाग।