व्यवस्था पर सवाल
चोरी की घटना को लेकर ग्रामीणों ने कई सवाल उठाए हैं। ग्रामवासी सुशील कोल, नरेश कोल, संतु कोल, बद्री बर्मन, कैलाश साहू, सुरेंद्र साहू, जितेंद्र परौहा, ललित, राजकुमार, प्रमोद नामदेव, अंबिका विश्वकर्मा, मनीष चौधरी, लीलाबाई, कलाबाई सहित ग्राम के अन्य लोगों ने बताया गरीबों के हक में डाका डालने वाले चोरों की तलाश करने पुलिस को हर पहलू से जांच करना जरूरी है, साथ ही खाद्य विभाग को राशन दुकानों में समय से राशन भेजने व वितरण होने की जवाबदेही तय करने की जरूरत है। आमतौर पर सभी जगह हितग्राहियों के फिंगर पहले ले लिए जाते हैं और उन्हें राशन का वितरण महीनों बाद होता है। इस व्यवस्था में भी सुधार की आवश्यकता है।
इनका कहना है
पहले राशन का आंवटन जिले से होता था, अब प्रदेश स्तर से होता है, आवेदन और एफआईआर की कापी भोपाल भेज देंगे, यदि वहां से आंवटन दिया जाता है, या पुलिस चोरी गए गेहूं की बरामदगी करा देती है तभी हितग्राहियों को गेहूं का वितरण करवा दिया जाएगा। सर्वर की समस्या का निदान हो गया है।
पीके मिश्रा, खाद्य निरीक्षक।
राशन दुकान से गेहूं चोरी होने की घटना पर अपराध कायम है, विवेचना जारी है। इसके हर पहलू पर हमारी जांच चल रही है, जिस पर इससे संबंधित कुछ लोगों के बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं, जल्द ही चोरी की घटना का पर्दाफाश करके गेहूं की बरामदगी का प्रयास किया जाएगा।
गणेश प्रसाद विश्वकर्मा, थाना प्रभारी उमरियापान।