scriptआखिर क्यों है किसानों की धान के 22 करोड़ रुपये पर संशय | Why is the doubt about Rs 22 crore of farmers' paddy? | Patrika News

आखिर क्यों है किसानों की धान के 22 करोड़ रुपये पर संशय

locationकटनीPublished: Feb 25, 2019 10:12:57 pm

समर्थन मूल्य में धान खरीदी में बारदाना उपलब्ध कराने में नान की बेपरवाही का खामियाजा भुगत रहे किसान

Why is the doubt about Rs 22 crore of farmers' paddy?

आखिर क्यों है किसानों की धान के 22 करोड़ रुपये पर संशय

कटनी. किसानों की धान खरीदी में मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाइज कार्पोरेशन (नान) की बड़ी लापरवाही सामने आई है। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दौरान 19 से 25 जनवरी के बीच 21 धान खरीदी केंद्रों में बारदाना खत्म हो जाने के बाद समय पर उपलब्ध करवाने में नान के डीएम से लेकर अन्य कर्मचारियों ने लापरवाही की। नतीजा यह हुआ कि इन केंद्रों में 1771 किसानों का लगभग 1 लाख 27 हजार क्विंटल धान की खरीदी पोर्टल में फीड नहीं हो सका। किसानों को धान तौलकर टोकन दे दिया गया। इधर टोकन की मात्रा पोर्टल में फीड कर भुगतान की प्रक्रिया नियमानुसार नहीं हुआ और अब किसानों को धान के एवज में मिलने वाली राशि लगभग 22 करोड़ रुपये को लेकर संशय की स्थिती बनी हुई है। धान खरीदी केंद्रों में धान रखकर किसान 28 दिन से भुगतान के लिए अलग-अलग कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं।
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए 25 जनवरी अंतिम तारीख थी। जिलेभर के दो दर्जन धान खरीदी केंद्रों में 15 जनवरी से बारदाने की कमीं की जानकारी नान के अधिकारियों को दी गई। तब समय पर बारदाना उपलब्धता को लेकर नान के अधिकारियों ने तत्तपरता नहीं दिखाई। 19 जनवरी के बाद 21 केंद्रों में बारदाना पूरी तरह खत्म हो गया। तब कलेक्टर के सख्त निर्देश के बाद नान के अधिकारियों ने दमोह से बारदाना मंगवाया।
खरीदी केंद्रों में धान तौलने के 28 दिन बाद भी उपज की कीमत नहीं मिलने से किसान परेशान हैं। धान खरीदी केंद्र बाकल के बाहर किसानों ने बताया कि धान के एवज में मिलने वाली राशि जल्द नहीं मिली तो आंदोलन करेंगे। धान खरीदी के अंतिम 6 दिनों में बारदाने की कमीं से किसानों को होने वाली परेशानी को लेकर सैकड़ों किसान कलेक्टर को परेशानी बता चुके हैं।
इस पूरे मामले को लेकर नान के डीएम ओपी पगारे का कहना है कि जिले में धान खरीदी के दौरान टारगेट से ज्यादा धान आने के कारण बारदाने की कमीं हुई। हमने समय रहते दमोह से बारदाने मंगवाने की व्यवस्था की थी। वहां से आने में विलंब हुआ।
रविकांत ठाकुर सहायक आपूर्ति अधिकारी खाद्य विभाग कहते हैं कि जिलेभर की 21 समितियों में धान की तौल करवाने 1771 किसानों की धान की मात्रा को पोर्टल में चढ़वाने के लिए भोपाल तक पत्राचार किया गया है। अब पोर्टल में मात्रा फीड करवाने वहीं कर्मचारियों को भेज रहे हैं।
कलेक्टर केवीएस चौधरी ने बारदाना उपलब्ध करवाने में नान की लापरवाही के बाद किसानों को होने वाली परेशानी पर रिपोर्ट भोपाल भेजकर ठोस कार्रवाई की बात कही है।

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