कटनीPublished: Aug 30, 2018 11:14:48 am
raghavendra chaturvedi
वन विभाग के अधिकारियों ने कहा एक-दो नहीं पूरा स्टॉक भेजिये, फिर करवाएंगे जांच
shoes
कटनी. तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाले आदिवासियों को जूते में खतरनाक रसायन होने का खुलासा होने के बाद प्रदेश सरकार की हो रही किरकिरी के बीच कटनी में भी जूतों के वितरण पर रोक लगा दी गई। इन सबके बीच कंपनी के कर्मचारी चार जोड़ी जूते विभाग को भेजकर उसे जांच के लिए भेजने की बात कह रहे हैं। हांलाकि वन विभाग के अधिकारियों ने कटनी में डिमांड के अनुसार जूते का पूरा स्टॉक भेजने और उसके बाद जांच करवाने की बात कही है। इस पूरे मामले में सवाल उठ रहा है कि आखिर कंपनी के प्रतिनिधि चार जोड़ी जूते भेजकर उसकी ही जांच करवाने की बात क्यों कह रहे हैं।
वन विभाग कटनी के अधिकारियों ने कंपनी के प्रतिनिधि से कहा है कि केंद्रीय चर्म संस्थान में जूते का पूरा स्टॉक आने के बाद उसमें से कुछ जूते छांटकर जांच के लिए भेजेंगे, ताकि वास्तविक स्थिति सामने आए।
बतादें कि जूते में हानिकारक रसायन होने का खुलासा होने के बाद कंपनी की ओर से चुनिंदा जूतों की जोड़ी भेजे जाने की शिकायत मिलने के बाद वन विभाग ने यह कदम उठाया है। 25 अगस्त को वन विभाग के डीएफओ कार्यालय कटनी में अलग-अलग नंबरों की 4 जोड़ी जूते कंपनी के कर्मचारियों ने जमा कराया और इन्हें केंद्रीय चर्म संस्थान में जांच कराने के लिए कहा। विभाग ने जूतों का सैंपल लेने से इंकार कर दिया और पूरे स्टॉक से जांच करवाने की बात कही। उल्लेखनीय है कि कटनी में तेंदूपत्ता संग्रहण करने वाले 25 हजार188 परिवारों को जूते वितरित किए जाने हैं।
वन विभाग के डीएफओ संध्या के अनुसार हमारे कर्मचारी को 25 अगस्त को चार जोड़ी जूते देकर उसे जांच के लिए भेजने कहा गया। हमने कंपनी के कर्मचारियों से कहा है कि जूते का पूरा स्टॉक भेजा जाए इसके बाद ही उसमें से कुछ जोड़ी जूते छांटकर जांच के लिए भेजेंगे, और वहां से रिपोर्ट मिलने के बाद ही जूतों का वितरण किया जाएगा।