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पंजीयन के साथ खरीदी केंद्रों व्यवस्थाएं भी करें दुरुस्त

-56 उपार्जन केंद्रों में 16 अक्टूबर तक धान खरीदी का किसान करा सकेंगे पंजीयन, जिला उपार्जन समिति की बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश
 

कटनीSep 29, 2019 / 08:51 pm

dharmendra pandey

meeting

बैठक में मौजूद कलेक्टर।

कटनी. धान खरीदी को लेकर शनिवार को कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में कलेक्टर एसबी सिंह ने तैयारी बैठक की। खरीफ विपणन वर्ष साल 2019-20 के तहत धान उपार्जन के लिए किसानों का पंजीयन, सत्यापन की कार्रवाई के साथ ही खरीदी केंद्रों में धान खरीदी, परिवहन, भंडारण की समुचित व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 56 उपार्जन केंद्रों में किसान 16 अक्टूबर तक पंजीयन करा सकेंगे। पंजीयन के साथ ही उनके सत्यापन की कार्रवाई जारी रखें। खाद्य निरीक्षक, सहकारिता निरीक्षक, सहायक आपूर्ति अधिकारियों की क्षेत्रवार ड्यूटी लगाकर पंजीयन केन्द्रों और धान खरीदी केन्द्रों की व्यवस्थाओं के निरीक्षण की जिम्मेदारी देने को कहा। खरीदी उपार्जन के प्रारंभ होने के पूर्व धान खरीदी केन्द्रों के भौतिक सत्यापन, मैनपावर की उपलब्धता, आवश्यक संसाधन, तराजू, बांट, कांटे, वारदाना, परिवहन सहित प्रशिक्षण की कार्यवाही पूरी कर लें। नापतौल निरीक्षक को धान खरीदी केन्द्रों के तराजू, बांट, कांटे, मशीन का सत्यापन करने के निर्देश भी दिए। धान उपार्जन केंद्रों में संलग्न किए जाने वाले समिति प्रबंधक, केन्द्र प्रबंधक सहित सभी कर्मचारियों की डाटाबेस सूची खाद्य आपूर्ति कार्यालय को उपलब्ध कराए।
वाहनों का आरटीओ कार्यालय में कराए वैरीफिकेशन
किसी भी केंद्र पर किसानों का जीरो पंजीयन नहीं रहना चाहिए। इसी प्रकार परिवहन कार्य में संलग्न ट्रांसपोटर्स के वाहनों की सूची लेकर आरटीओ से सत्यापन कराए। परिवहन में गड़बड़ी पाए जाने पर सभी संबंधितों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पंजीकृत किसानों के रकबे का सत्यापन गिरदावरी के आंकड़ों के आधार पर किया जाएगा। एसडीएम 10 प्रतिशत किसानों का रेंडम सत्यापन करेंगे। सभी उपार्जन और पंजीयन केन्द्रों के निरीक्षण की रिपोर्ट संबंधित अधिकारी 10 अक्टूबर तक हर हाल में देंगे। जिला आपूर्ति अधिकारी प्रमोद श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले साल धान खरीदी में जिले के 35 हजार 203 किसानों ने पंजीयन कराया था। 2 लाख 15 हजार मैट्रिक टन की खरीदी की गई थी। पिछले वर्ष धान का क्षेत्राच्छादन एक लाख 64 हजार हैक्टेयर था। इस साल बढ़कर एक लाख 72 हजार हैक्टेयर हो गया है। जिले में साल उत्पादन बढऩे से 2 लाख 50 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य अनुमानित है। 56 धान खरीदी केन्द्र है। 22 पात्र सहकारी समितियों द्वारा संचालित किया जाएगा। वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि नवम्बर 2019 माह तक वेयर हाउस के गोदामों में एक लाख 48 हजार मैट्रिक टन की भंडारण क्षमता उपलब्ध रहेगी। शार्टफल के रूप में शेष लगभग एक लाख एमटी उपार्जित धान को मझगवां, टिकरिया, बड़वारा फाटक के ओपन कैप सहित अन्य भंडारण स्थलों पर भंडारित किया जाएगा। बैठक के दौरान प्रफुल्ल श्रीवास्तव, महाप्रबंधक केन्द्रीय सहकारी बैंक जबलपुर ज्ञानेन्द्र पांडे, उप पंजीयक, सहायक पंजीयक सहकारिता, नागरिक आपूर्ति निगम व वेयर हाउस कॉर्पोरेशन के अधिकारी मौजूद रहे।

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