शहर में दिखाई नहीं देती निर्भया
बालिकाओं, किशोरियों व महिलाओं से संबंधित अपराध को रोकने के लिए जिले में भी निर्भया टीम का गठन किया गया है, लेकिन जिले की निर्भया टीम पिछले कुछ समय से दिखाई नहीं दे रही है। जिस वजह से स्कूलों व कॉलेजों की छुट्टी होने पर बाहर आसमाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है।
बलात्कार 31, छेड़छाड 8, यौन उत्पीडऩ की 33, छिपकर देखना 3, पीछा करना 16, शीलभंग 94, बालिकाओं को शादी का झांसा देकर 8 सहित गाली-गलौज व मारपीट के भी प्रकरण दर्ज हुए है।
महिला अपराध के संबंध में तत्परता से कार्रवाई की जाती है। बालिकाओं, किशोरियों को जागरुक करने के लिए भी स्कूलों व कॉलेजों में जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।
विवेक कुमार लाल, एडीशनल, एसपी।