महिलाओं ने दिया साथ
जानकारी के अनुसार विजयराघवगढ़ क्षेत्र के ग्राम चपना में मीजल्स-रूबेला का बच्चों को टीका लगना था। सुबह 11 बजे टीकाकरण टीम पहुंची तो आशा कार्यकर्ता आरती सिंह बच्चों को बुलाने गई। एक मोहल्ले में पैकारी चल रही थी। ओमप्रकाश नामदेव के यहां आशा कार्यकर्ता का पति चतुर्भुज सिंह शराब ले रहा था। ओपी की बेटी ने कहा कि आपके पति दुकान से जबरदस्ती शराब निकाल रहे हैं। शराबी पति की प्रताडऩा से तंग आकर उसने शराब को दुकान से बाहर फेंका और जोर-जोर से चिल्लाने लगी। ओमप्रकाश की बेटी ने आशा कार्यकर्ता को खदेड़ा। इससे गांव में अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। आमप्रकाश नामदेव के पास से शराब लेकर महिला ने दौड़ लगा दी और आगे जाकर पुलिस को सूचना दी। इसमें गांव की अन्य महिलाएं समाने आई और आरती का हौंसला बढ़ाया। कहा अब यदि गांव में शराब बिकी तो बेचने वाले की खैर नहीं रहेगी।
दुकानों में बिक रही शराब
गांव की कई महिलाएं एकत्रिक होकर शराब विक्रय का विरोध किया। महिलाओं ने बतायाकि मुंडल नामदेव, ओमप्रकाश नामदेव, मारू, संजय पटेल के यहां शराब का अवैध विक्रय एवं परिवहन किया जा रहा है। इससे पुरुष शराब पीकर महिलाओं पर अत्याचार कर रहे हैं। कोई कामकाज नहीं करते, महिलाओं को मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करना पड़ रहा है। महिलाओं ने बताया कि शराब गांव के रंगमंच, सार्वजनिक स्थल पर शराब पीकर अभद्रता करते हैं। इसमें युवा पीढ़ी भी बर्बाद हो रही है। सूचना पर जब पुलिस पहुंची गांव के कुछ लोग पुलिस की कार्रवाई की रिकॉर्डिंग कर रहे थे, तो पुलिस ने लोगों को रोक दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि पुलिस की सांठगांव से यह अवैध कारोबार चल रहा है।