अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मूर्ति तोड़ने वालों की तलाश की जा रही है। बसपाइयों का आरोप है कि भाजपा शासनकाल में डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्तियां तोड़ी जा रही हैं लेकिन वह ऐसा करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं कर रही है। सैनी कोतवाली के सिराथू पुलिस चौकी अंतर्गत रामपुर धमाका गांव के बाहर सूनसान स्थान पर बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर बुद्ध बिहार सेवा संस्थान परिसर में महात्मा बुद्ध व डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्तियां स्थापित की गई थी। आज जब संस्थान के लोग वहां पहुंचे तो दोनों विभूतियों की मूर्तियां टूटी हुई जमीन पर पड़ी मिली। महात्मा बुद्ध की मूर्ति को स्थापित स्थान से तोड़कर जमीन पर फेंका गया था। मूर्ति का सिर धड़ से अलग था।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पैरों के पास से तोड़कर जमीन पर फेंकी गई थी। दोनों विभूतियों की मूर्ति तोड़े जाने की सूचना फैली तो तमाम बसपाई मौके पर इकट्ठा हो गए। इलाहाबाद मंडल के जोन कोऑर्डिनेटर राजू गौतम भी तमाम कार्यकर्ताओं के साथ रामपुर धमावा गांव पहुंचे। उन्होंने सीधा आरोप लगाया कि भाजपा शासनकाल में डॉक्टर अंबेडकर की मूर्तियां तोड़ी जा रही है लेकिन ऐसा करने वालों पर ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने मांग किया कि बाबा साहब व महात्मा बुद्ध की नई मूर्तियां स्थापित कराई जाए।
मामले की सूचना पर सैनी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और पड़ताल करने के बाद टूटी हुई मूर्तियों को सुरक्षित स्थान पर रखवा दिया। पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता के मुताबिक मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है। अराजक तत्वों द्वारा मूर्ति तोड़ी गई है, जिनकी की धरपकड़ के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।