कौशांबी. तमाम जद्दोजहद के बाद आखिरकार परिषदीय स्कूलों मे स्वेटर बांटने की जिम्मेदारी शिक्षकों को ही सौपी गई। परिषदीय स्कूल के शिक्षक ही अपने स्तर से गुणवत्ता परक दो सौ रुपये प्रति स्वेटर खरीदकर अपने स्कूल के बच्चों को पहनाएंगे। इसकी शुरुवात भी छह जनवरी से कर दी गई है।
सिराथू विधायक शीतला प्रसाद पटेल ने परिषदीय स्कूल के छात्र/छात्राओं को स्वेटर वितरित किया। ठंड भरे मौसम मे स्वेटर पाकर बच्चों के चेहरे पर रौनक दिखाई पड़ी।
स्वेटर वितरण मे देरी के सवाल पर सिराथू विधायक का कहना था कि मुख्यमंत्री की मंशा है कि बच्चों को गुणवत्ता वाले स्वेटर मिले। इस बाबत प्रदेश स्तर पर जो कोशिश हुई वह नाकाम रही इसलिए स्थानीय स्तर पर शिक्षकों से ही स्वेटर बटवाया जा रहा है।
पिछले डेढ़ महीने से ठंड मे ठिठुर रहर परिषदीय स्कूल के बच्चे स्वेटर के लिए प्रदेश सरकार की ओर आस भरी नजरों से निहार रहे थे। जनवरी के पहले सप्ताह मे पड़ी कड़ाके की ठंड मे भी बच्चे स्वेटर नहीं पा सके।
सर्द भरी ठंड को देखते हुये जिला प्रशासन ने स्कूलों मे पढ़ने वाले बच्चों की कई दिनों तक छुट्टी भी कर दिया था। कड़ाके की ठंड मे बच्चों की हालत देख प्रदेश सरकार ने अपनी नीति मे बदलाव करते हुये शासन स्तर से स्वेटर की खरीद रोककर स्थानीय स्तर पर शिक्षकों के माध्यम से स्वेटर बांटने की व्यवस्था लागू किया।
व्यवस्था लागू होते ही जिले के विभिन्न स्कूलों छह जनवरी से स्वेटर बटना शुरू हो गए। सोमवार को सिराथू विधायक शीतला प्रसाद पटेल ने कड़ा प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूल में पढ़ने वाले नौनिहालों को स्वेटर वितरित किया। स्वेटर पाकर बच्चों के चेहरे खिल गए हैं। स्वेटर वितरण मे देरी के बाबत विधायक ने स्वीकार करते हुये बताया कि प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की मंशा बच्चों को गुणवत्ता परक स्वेटर दिलाना है। इसीलिए शासन स्तर से स्वेटर टेंडर प्रक्रिया निरस्त करके स्थानीय स्तर पर शिक्षकों द्वारा खरीद का निर्णय लिया गया है।
by Shivnandan Sahu