सूचना पर एसपी कई थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। डीएम, कौशांबी सांसद व मंझनपुर विधायक भी घटना स्थल पर पहुंच गए। इस बीच नाराज ग्रामीणों की पुलिस से झड़प हुई तो उन्हें डंडा पटक कर खदेड़ा दिया गया। इस दौरान एसपी प्रदीप गुप्ता ने भी लोगों को थप्पड़ जड़ा। डीएम ने दुर्घटना हित लाभ योजना के तहत मृतक पति-पत्नी को पांच-पांच लाख व दोनों नाबालिग बच्चों को मुख्यमंत्री सहायता राशि के तहत दो-दो लाख मुआवजे की घोषणा किया तब जाकर शव पोस्टमरतम के लिए भेजा जा सका। इस दौरान लगभग पाँच घंटे तक सड़क जाम रही।
करारी थाना के सादिकपुर सेमरहटा गाँव निवासी शिव प्रताप राजपूत का सड़क किनारे मकान है। बुधवार की भोर मे लगभग 3.30 बजे मंझनपुर की ओर से गिट्टी लाद कर आ रहा तेज रफ्तार अनियंत्रित डंपर घर के बाहर बंधी भैंस को समेटते हुये मकान मे घुस गया। डंपर मकान मे घुसा तो एक हिस्सा भरभरा कर ढह गया। मलवे मे शिव प्रताप, उसकी पत्नी शिवकली, पोता अजय कुमार व पोती बबली की दबकर दर्दनाक मौत हो गई| आवा। तेज आवास सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने डंपर चालक की पिटाई के बाद पुलिस को सौप दिया। पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से जेसीबी मशीन लगा डंपर को बाहर करवा चारों शवों को बाहर निकलवाया।
नाराज ग्रामीणों ने चारों शवों को कौशांबी-प्रयागराज मार्ग पर रखकरज जाम कर दिया और मुआवजे की मांग पर अड़ गए। सड़क जाम की सूचना पर एसपी प्रदीप गुप्ता कई थानों की पुलिस व पीएसी लेकर मौके पर पहुंचे। कौशांबी सांसद विनोद सोनकर, मंझनपुर विधायक लाल बहादुर भी मौके पर पहुंचे और नाराज लोगों को समझाने की कोशिश की। नाराज ग्रामीणों को मौके से हटाने के लिए पुलिस ने काई बार डंडा फटकारकर उन्हें मौके से खदेड़ा। खुद एसपी प्रदीप गुप्ता ने भी भीड़ मे शामिल लोगों को थप्पड़ से पीटा। घटना स्थल पहुंचे डीएम मनीष कुमार वर्मा ने मृतक पति-पत्नी को दुर्घटना हित लाभ योजना के तहत पांच-पांच लाख व दोनों बच्चों को मुख्यमंत्री सहायता राहत कोश से दो-दो लाख मुआवजे की घोषणा किया। इसके अलावा मृतक परिवार को आवासीय व कृषि भूमि भी दिये जाने की घोषणा की गई। डीएम के आश्वासन पर लगभग पांच घंटे के बाद पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमरतम के लिए भेजा और सड़क जाम खत्म कराया।
By Shivnandan Sahu