scriptडिप्टी सीएम केशव मौर्या के घर के सामने का परिषदीय विद्यालय तालाब बन गया है | highly badly condition of primary schools in kaushambi | Patrika News

डिप्टी सीएम केशव मौर्या के घर के सामने का परिषदीय विद्यालय तालाब बन गया है

locationकौशाम्बीPublished: Oct 13, 2017 04:04:02 pm

विभागीय अधिकारियों से लेकर तहसील दिवस मे हुई शिकायत बेमतलब हुई

highly badly condition of primary schools

स्कूल की बदहाली

कौशांबी. प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के घर के सामने एक ऐसा परिषदीय स्कूल है जहाँ के छात्र/छात्राएं खुले मे शौच जाने को मजबूर है| इस स्कूल के बच्चे बाहर शौच को जाते है इससे स्वच्छ भारत व खुले मे शौच मुक्त भारत का सपना कैसे पूरा होगा| केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी के सिराथू नगर पंचायत के वार्ड नंबर चार (हौलीपर) मे बना प्राथमिक व पूर्व मध्यमिक स्कूल तीन तरफ से तालाब से घिरा हुआ है| हालत यह है की तालाब का गंदा पानी साल भर स्कूल परिसर मे ही जमा रहता है| स्कूल मे शौचालय तो बना है लेकिन तालाब के पानी से घिरा होने से वह उपयोग करने की स्थिति मे नहीं है| स्कूल मे पढ़ने वाले छात्र/छात्राएं खुले मे शौच के लिए जाती है तो खुद को शर्मिंदा महसूस करते है| इस स्कूल के शिक्षाको ने विभागीय अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों तक से समस्या से निजात दिलाने की गुहार लगाई लेकिन हालत जस के तस है|
स्कूल की शिक्षिका ने तहसील दिवस का भए दरवाजा खटखटाया लेकिन वहा से भी निराशा ही हाथ लगी| डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के घर के सामने स्थित परिषदीय स्कूल मे शौचालय की व्यवस्था पर विभागीय अधिकारी कुछ भी बोलने से कतराते हैं|
प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के पैतृक घर के सामने बने प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कूल वार्ड नंबर चार (हौलीपर) सिराथू का स्कूल के तीन तरफ तालाब का पानी भरा हुआ है| कहने को तो स्कूल मे चहर दीवारी है लेकिन तालाब का गंदा पानी स्कूल के अंदर तक भरा है| तालाब का गंदा पानी स्कूल मे बने शौचालय मे इस कदर भरा रहता है की वहाँ तक पहुँचा ही नहीं जा सकता| स्कूल के हैंडपंप जिससे बच्चे पानी पीते है वहाँ तक भी तालाब का गंदा पानी पहुँच जाता है| सबसे अधिक परेशानी यहा शौचालय को लेकर है| पूर्व माध्यमिक स्कूल मे बड़ी बड़ी लड़किया पढ़ती है, उन्हे कभी जरूरत पड़ने पर शौच या टायलेट के लिए बाहर जाना पड़ता है तो बेहद शमिंदगी का सामना करना होता है| नेशनल वाइस की टीम जब प्राथमिक स्कूल पहुँची तो वहाँ पढ़ने वाले कई बच्चे स्कूल के पास ही खुले मे शौच करते दिखाई दिये|
ऐसा नहीं है कि स्कूल मे पढ़ने वाले शिक्षको ने परिसर मे शौचालय की बदहाली व तालाब के गंदे पानी के भरे होने की शिकायत विभागीय अधिकारियों से न किया हो| एक नहीं कई कई बार लिखित शिकायत के बाद भी विभागीय अधिकारी व इलाकाई जनप्रतिनिधियों के कान मे जूं नहीं रेंगी| पूर्व माध्यमिक स्कूल हौलीपर की प्रधानाध्यापिका ने तहसील दिवस मे भी शिकायती पत्र देकर शौचालय व स्कूल की दूसरी अव्यवस्थाओं को दुरुस्त कराए जाने की गुहार लगाया लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात वाला ही रहा| इस मामले मे जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात किया गया तो वह कुछ भी बोलने से कतराते रहे|
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