छत गिरने की शिकायत जब भुक्तभोगी ने ग्राम प्रधान से किया तो उसे जलालत झेलनी पड़ी। इतना ही नहीं ग्राम प्रधान ने अधिकारियों से शिकायत करने पर गंभीर अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दिया। फिलहाल डी पी आर ओ ने मामले की जांच के आदेश दिए है।
सिराथू विकास खंड के देवखरपुर गाँव में वर्ष 2016-17 में लगभग तीन दर्जन ग्रामीणों के घर ग्राम प्रधान ने शौचालय बनवाया था। आरोप है कि शौचालय बनाने में घटिया निर्माण सामग्री का प्रयोग किया गया था जिसके कारण कुछ ही महीनों में शौचालय जर्जर हो गए। ज्यादातर शौचालयों की दीवार में दरार आ गई है।
गाँव के छेदीलाल का आरोप है कि उसके शौचालय की छत बनते ही धराशाही हो गई थी। शिकायत के बाद भी जिम्मेदारों ने कोई कार्यवाही नहीं किया। पांच दिन पहले गाँव के महताब का सरकारी शौचालय की छत उस समय ढह गई जब वह लघुशंका करने के लिए गया हुआ था। आवाज सुन परिजन मौके पर पहुंचे और महताब को लेकर अस्पताल गए। महताब के सर में गंभीर चोटें आई, जिसपर कई टांके लगाने पड़े। उपचार करा घर लौटे महताब ने ग्राम प्रधान से शिकायत किया तो वह उल्टा उन पर विफर पड़ा। आरोप है कि ग्राम प्रधान ने उन्हें धमकी दिया कि यदि कहीं शिकायत किया तो अंजाम बुरा होगा।
वहीं इस प्रकरण पर जब ग्राम प्रधान से उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो वह कैमरे से दूर भगनर लगे। मीडिया के जरिये मामले की जानकारी होने पर डीपीआरओ कमल किशोर का कहना है कि पुरे प्रकरण की जांच होगी और जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ कार्यवाही होगी।