मामले मे कौशांबी के पट्टाधारक ने जिलाधिकारी से शिकायत किया लेकिन रास्ते के उपयोग पर रोक नहीं लगाया जा सका| बालू घाट रास्ते के विवाद मे चायल से भाजपा विधायक संजय गुप्ता ने हस्ताक्षेप किया लेकिन कोई फिर भी विवाद जस का तास बना हुआ है और इलाहाबाद के बालू कारोबारी कौशांबी जिले को हर रोज हजारों रुपये का राजस्व निकसान कर रहे हैं| चायल तहसील के रुसहाई सैदपुर यमुना नदी के घाट (8/3 व 8/4) से मोरंग बालू निकालने का पट्टा मेसर्स सागर ब्रिक फील्ड महमदपुर मनौरी, कौशांबी के नाम हुआ है|
पर्यावरण विभाग से एनओसी न मिलने से मेसर्स सागर ब्रिक फील्ड मोरंग बालू का खनन नहीं करा सकी| फार्म के संचालक संजय कुमार व घनश्याम का आरोप है कि उनके नाम पट्टा किए गए भूखंड का रास्ता इलाहाबाद के नौढ़िया बालू घाट के पट्टा धारक धड़ल्ले से कर रहे हैं| जबकि नियमानुसार दूसरे जनपद से बालू ले जाने का रास्ता उपयोग मे नहीं लाया जा सकता|
संजय कुमार का यह भी आरोप है कि इलाहाबाद के बालू घाट की जगह रुसहाई सैदपुर घाट से मोरंग का अवैध खनन किया जा रहा है| इस मामले की शिकायत पट्टाधारक ने जिलाधिकारी कौशांबी से किया, इसके बाद भी न तो रास्ते का उपयोग बंद हुआ और न ही अवैध मोरंग बालू खनन बंद हुआ| मामले मे चायल से भाजपा विधायक संजय गुप्ता ने जिले के प्रशासनिक अधिकारियों से कौशांबी जिले के रास्ते को उपयोग मे लाये जाने पर रोक लगाने का निर्देश दिया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ|
जिले के प्रशासनिक व खनन विभाग के अधिकारियों पर विधायक के निर्देश का कोई असर नहीं पड़ा| फिलहाल रुसहाई सैदपुर मोरंग के पट्टाधारक अपने रास्ते पर हो रहे अवैध परिवहन व अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए जिलाधिकारी से मंडलायुक्त तक चक्कर काट कर थक गए है लेकिन कोई फायदा नहीं मिला| इस मामले मे जिलाधिकारी व खनन निरीक्षक मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से बच रहे हैं|