मोरंग बालू माफियाओं का यह शातिराना खेल अधिकारियों के नाक के नीचे होता है लेकिन सभी हाथ पर हाथ धरे बैठे हुये हैं। कहने को खनन व परिवहन विभाग के साथ मिलकर जिला प्रशासन अवैध खनन व परिवहन के खिलाफ कार्यवाही करता है लेकिन इससे माफियाओं के कारोबार पर कुछ खास असर नहीं पड़ता। हफ्ते दस दिन मे होने वाली कार्रवाई से पहले ही माफिया चौकन्ने हो जाते हैं। देखना यह है कि सीबीआई जांच शुरू होने के बाद मोरंग बालू कारोबारियों मे प्रशासनिक खौफ काम करता है या फिर पुराने ढर्रे पर ही अवैध खनन होरा रहेगा।
BY- Shiv nandan Sahu