आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा जिला एसपी गिरधारीलाल के निर्देश पर वहां के एटीएस इंस्पेक्टर एम श्री निवास करीब चार दिनों से अपनी टीम के साथ कौशाम्बी में डेरा डाले हुए थे। उन्हें आईएसआई के मददगार इंतजार सैयद उर्फ इंतजार मेंहदी पुत्र छम्मन मियां उर्फ मासूम अली की तलाश थी। आंध्रा पुलिस के रिकार्ड में उसका पता अतरसुइया थाना सरायअकिल (कौशाम्बी) दर्ज था। जबकि इंतजार मेहंदी लगभग दस सालों से करारी कस्बे में मकान बनाकर रहता था। खोजबीन करती हुई आंध्रा पुलिस गुरुवार सुबह करारी पहुंची। यहां करारी इंस्पेक्टर कृष्ण प्रताप सिंह की मदद से एजेंट को उसके घर से ही धर दबोचा। न्यायालय में पेश करने के बाद आंध्रा पुलिस उसे साथ लेकर चली गई है।
आंध्रा और स्थानीय पुलिस सूत्रों की मानें तो पकड़े गए संदिग्ध के पाकिस्तान में बैठे आईएसआई एजेंटों से संबंध हैं। वह वहां के एजेंटों से रुपये लेकर यहां भारतीय सैन्य कर्मचारियों सें सांठगांठ कर गोपनीय नक्शे तथा असलहों की जानकारी हासिल करता था। इसके बाद इसे पाकिस्तान भेजता था। उसके खिलाफ विजयवाड़ा में देश द्रोह का मुकदमा भी दर्ज है। जो इसी साल जनवरी में दर्ज किया गया है। आईएसआई के मददगार की गिरफ्तारी के बाद कौशाम्बी पुलिस-प्रशासन के कान खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों में भी दहशत का माहौल है।
मामले में एसपी अभिनंदन का कहना है कि आंध्र प्रदेश व कौशाम्बी पुलिस की संयुक्त कार्यवाई में इंतजार मेहंदी को गिरफ्तार किया गया है। न्यायालय में पेश करने के बाद उसे आंध्रप्रदेश की पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ ले गई। आईएसआई से संबंध के बाबत एसपी का कहना है कि गिरफ्तार व्यक्ति संदिग्ध है। आंध्रा की पुलिस ने कई गोपनीय जानकारी उनके साथ साझा नही किया है। इस प्रकरण में आगे की जो भी कार्रवाई की जाएगी, वह आंध्र प्रदेश की पुलिस करेगी।
BY- SHIV NANDAN SAHU