डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य के बेटे योगेश मौर्य इससे पहले भी कई बार सुर्खियों में रह चुके हैं। योगेश मौर्य ने पिछले साल सपा के लोगों को मारपीट का आरोप लगाने के बाद भी चर्चा में आ गए थे। हालांकि, उन्होंने बाद में मुकदमे को वापस ले लिया था। योगेश मौर्य ने कहा था कि आरोपियों में कई गरीब लोग और छात्र शामिल थे। ऐसे में उनके भविष्य को खराब नहीं करना चाहता था, इसलिए शिकायत वापस लेने का फैसला किया।
15 अप्रैल को हुई थी अतीक अहमद और अशरफ की हत्या
गुरुवार यानी 25 मई को माफिया से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत के 40 दिन पूरे हो गए। वहीं इनकी फरार पत्नियों को पकड़ने के लिए अतीक अहमद और अशरफ के चालीसवें का इंतजार कर रही पुलिस के हांथ खाली रहे। 15 अप्रैल की रात मोतीलाल नेहरू कॉल्विन संभागीय अस्पताल में तीन हथियारबंद हमलावरों ने पुलिस हिरासत में अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी, जब उन्हें चिकित्सा परीक्षण के लिए ले जाया जा रहा था।