कौशाम्बी

पुलिस मुठभेड़ में अंतरराज्यीय छह चोर गिऱफ्तार, दो के पैर में लगी गोली

– यूपी व झारखंड के कई जिले में हुई चोरी की घटनाओं में रहे हैं शामिल
– कौशाम्बी पुलिस ने गिरफ्तार पांच बदमाशों पर घोषित किया था 25-25 हजार का इनाम
 

कौशाम्बीSep 27, 2020 / 07:07 pm

Abhishek Gupta

Arrest

कौशांबी. पुलिस को शनिवार शाम बड़ी सफलता हाथ लगी। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद अंतरराज्यीय चोर गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तर किया हैं। गिरफ्तारी के दौरान जवाबी फायरिंग में दो बदमाशों के पैर में गोली लगी हैं। जिनको इलाज़ के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। गिरोह के पास से 38 हज़ार रुपये नगद 50 ग्राम सोना, ढेड़ किलो चांदी के आभूषण बरामद हुए हैं। प्रेस कांफ्रेन्स कर पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन ने बताया कि गैंग के 5 सदस्यों के ऊपर 25 हज़ार का इनाम पहले से घोषित है।
सरायअकिल पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि चोरी/डैकती को अंजाम देने वाले कुछ शातिर बदमाश मुसिर अहमद के बंद पड़े भट्टा बजहा अकुहाबाद रोड पर इकट्ठा हो रहे हैं। जानकारी पर एसओ सरायअकिल विजय विक्रम सिंह और एसओजी प्रभारी फ़ोर्स के साथ भट्टा पर पहुचे। पुलिस से अपने को घिरता देख बदमाश फ़ायर करने लगे। पुलिस ने भी अपने को बचाते हुए जवाबी फायरिंग की। तथा भाग रहे 6 बदमाशो को गिऱफ्तार कर लिया। गिऱफ्तार अमीर और फकरुद्दीन निवासी चिरचिटा बुलन्दशहर के पैर में गोली लगी हैं। जिन्हें पुलिस ने जिला अस्पताल में इलाज़ के लिये भर्ती कराया हैं। अन्य चार बदमाशो के पास से पुलिस ने जमा तलाशी में दो अवैध देशी तमंचा कारतूस और चोरी किये गए 38 हज़ार रुपये 50 ग्राम सोना, ढेड़ किलो चांदी के आभुषण बरामद हुए हैं। इन बदमाशो के ऊपर कौशांबी जनपद के अलावा प्रयागराज, झारखंड आदि जिलों में पहले से ही मुकदमा दर्ज हैं। साथ ही गैंग के 5 सदस्यों के ऊपर 25- 25 हज़ार का इनाम भी घोषित हैं।
प्रेस कांफ्रेन्स में पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन ने बताया कि ये बेहद शातिराना तरीके से चोरी की घटना को अंजाम देते थे। पहले से ही चोरी करने वाली जगह की बाकायदा रेकी करते थे। सारी जानकारी लेने के बाद ही गिरोह चोरी/डैकती को अंजाम देते थे। गिरोह जिस भी घर, दुकान को चोरी के लिये देखता था। जिसमे सीढ़ियों से नीचे उतरा जा सकता हो। या फिर दीवार कूद कर अंदर पहुचा जा सकता हो। इन लोगो ने पुलिसिया पूछताछ में बताया हैं कि सेंधमारी नही करते थे। ये अपने रिश्तेदारी या फिर किराए का मकान लेकर रुकते थे।और चोरी की जगह की बारीकी से रेकी किया करते थे।
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