जनपद में लगभग एक लाख पचीस हजार बिजली उपभोक्ता हैं जिसमे लगभग आधे उपभोक्ता ऐसे है जो विभाग जा करोड़ो रूपये बिजली का बिल दबाये बैठे हैं। विभागीय आकड़ो की माने तो डेढ़ सौ करोड़ रुपये का बकाया बिजली बिल सालों से फंसा हुआ है। बिजली विभाग फसी रकम निकलने के लिए एकमुश्त समाधान योजना चला चुका है बावजूद इसके डिफाल्टर उपभोक्ताओं पर अधिक असर नही पड़ रहा है। मार्च महीने तक विभाग में एकमुश्त समाधान योजना चलाया तो उसमें 13148 उवभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया था। इसमे से 11052 उपभोक्ताओं ने बकाया बिल जमा किया था जबकि 2096 उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराने के बर्फ बकाया बिल नही जमा किया था।
जिन उपभोक्ताओं ने 31 मार्च 2019 तक एकमुश्त समाधान योजना में विभाग में पंजीकरण कराया था उन्हें एक और मौका देते हुए 31 जुलाई 19 तक ब्याज में शत-प्रतिशत छूट देकर बिल जमा करने का अभियान चलाया है। अधीक्षण अभियंता सुशील कुमार के मुताबिक 2096 पंजीकृत उवभोक्ताओं के बीच लगभग दस करोड़ रुपया बकाया है। इन्ही रुपयों को जमा कराने के लिए विभाग ने योजना शुरू की है।