पुलिस ने जिसे गिरफ्तार किया है उन दोनों में एक तो प्रिंटिंग प्रेस मालिक है दूसरा पेपर वितरण कंपनी का संचालक है। पुलिस का दावा है कि इन्ही दोनों की मदद से पेपर लीक की वारदात को अंजाम दिया गया है। जबकि प्रेस मलिक ने पुलिस के दावों को झूठा बताते हुए अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है।
गौरतलब हो की सोमवार को होने वाली बीटीसी प्रशिक्षण 2013, सेवारत मृतक आश्रित, सेवारत उर्दू, बीटीसी 2014 अवशेष/अनुत्तीर्ण एवं बीटीसी प्रशिक्षण 2015 चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा से एक दिन पहले रविवार की रात मे ही सभी आठ प्रश्न पत्र लीक हो गए| सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पेपर जिला प्रशासन के पास तक पहुँच गया| सोमवार को परीक्षा शुरू होने पर पेपर का मिलन कराया गया| इसके बाद जिला विद्यालय निरीक्षक कौशांबी सतेन्द्र सिंह ने अपनी आख्या सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी को भेज दिया|
गौरतलब हो की सोमवार को होने वाली बीटीसी प्रशिक्षण 2013, सेवारत मृतक आश्रित, सेवारत उर्दू, बीटीसी 2014 अवशेष/अनुत्तीर्ण एवं बीटीसी प्रशिक्षण 2015 चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा से एक दिन पहले रविवार की रात मे ही सभी आठ प्रश्न पत्र लीक हो गए| सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पेपर जिला प्रशासन के पास तक पहुँच गया| सोमवार को परीक्षा शुरू होने पर पेपर का मिलन कराया गया| इसके बाद जिला विद्यालय निरीक्षक कौशांबी सतेन्द्र सिंह ने अपनी आख्या सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी को भेज दिया|
डीआईओएस कौशांबी की आख्या रिपोर्ट पर 8 अक्तूबर से 10 अक्तूबर तक होने वाली परीक्षा निरस्त कर दिया| मंगलवार को जिला विद्यालय निरीक्षक कौशांबी सतेन्द्र कुमार सिंह की तहरीर पर मंझनपुर कोतवाली मे अज्ञात के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो गया था। एटीएस और मंझनपुर पुलिस ने पुलिस की संयुक्त टीम ने इस मामले में बडी सफलता हासिल किया है।