ये थी घटना
चरवा कोतवाली के समसपुर गांव निवासी अनिल गुप्ता का बारह साल का बेटा शुभम गुप्ता सात फरवरी की शाम को अपने घर के बाहर से उस वक्त गायब हो गया जब वह पड़ोस की दुकान से समोसा लेने के लिए गया था। उसके गायब होने के कुछ घंटे बाद फिरौती के लिए पांच लाख रुपये की डिमांड की गई। शुभम के पिता ने चरवा कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने काफी कोशिश की लेकिन शुभम का कोई पता नहीं चल सका। इधर पुलिस अपहृत शुभम की तलाश कर ही रही थी की जांच पड़ताल में पता चला कि शुभम के सगे मौसा समदा मंझनपुर निवासी कृष्ण कुमार उर्फ चिंटू की गतिविधियां संदिग्ध है। इस पर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो उसने सच उगल दिया।
मौसा को पहचान गया था शुभम इसलिये मार दिया
पकड़े गए आरोपी मौसा कृष्ण कुमार ने पुलिस को बताया है कि उसने ही सात फरवरी की शाम को शुभम का अपहरण किया था। फिरौती के रूप में उसने परिजनों से पांच लाख रुपये मांगे। कई घंटे बीत जाने के बाद जब उसे फिरौती की रकम नहीं मिली तो वह परेशान हो उठा। इस बीच शुभम ने अपने सगे मौसा को पूरी तरह से पहचान लिया था। उसने बताया कि शुभम को जिंदा छोड़ता तो उसकी असलियत सबके सामने आ जाती। इसलिए उसनेगला दबाकर हत्या करने के बाद उसका शव महेवा घाट थानान्तर्गत यमुना नदी पर बने पुल से नीचे पानी में फेंक दिया।
हत्या के बाद भी मांगता रहा फिरौती
शुभम की हत्या कर उसके शव को फेंकने के बाद भी कृष्ण कुमार उर्फ सिंटू ने कई बार फिरौती के लिए पत्र मृतक के घर भेजा। शुभम के परिजन उसके अपहरण व हत्या कांड से पर्दा उठने के बाद सन्न है। उन्हें इस बात का भरोसा नहीं हो रहा है कि उनके अपने सगे रिश्तेदार ने ही वारदात को अंजाम दिया है। अपर पुलिस अधीक्षक समद बहादुर के मुताबिक शुभम अपहरण हत्याकांड से पर्दा उठने के बाद आरोपी कृष्ण कुमार को लिखा पढ़ी के बाद जेल भेज दिया गया है।
By Shivnandan Sahu