कौशांबीे. नोटबंदी के बाद से पैदा हुये हालातों से सरकार भले ही सही तरह से निपट नहीं पा रही है लेकिन कौशांबी के युवाओं की अनोखी पहल गरीबों व मजदूरो को राहत प्रदान कर रही हैे। कौशांबी जिला मुख्यालय मंझनपुर के आधा दर्जन युवा खुद को मिलने वाले पकेट खर्च से कटौती कर राशन व रोज मर्रा के जरूरी समान खरीद दलित बस्ती जा पहुंचे। जहां इन युवाओं ने गरीब व मजदूर परिवारों को राशन व अन्य जरूरी सामानों के पैकेट पकड़ाये तो उनके मुरझाए चेहरे पर रौनक आ गईे।
पैकेट मे आता, दाल चावल, तेल-मसाला आदि समान रखा गया हैे गरीबों व मजदूरों के बीच राशन का पैकेट बताने वाले अंशुल केसरवानी का कहना है कि जब से बोटबंदी की घोषणा हुई है उसके बाद से ही रोज कमाने खाने वाले परेशान हैे नोटबंदी का फैसला भले ही सही है लेकिन उसके बाद पैदा हुई समस्याएँ गरीबों के मुंह का निवाला छीन रही हैे।
बाइकों की लाइन मे लगाने के बाद भी रुपये नहीं मिल रहे हैें दिहाड़ी मजदूरों का अव्वल तो काम बंद है यदि काम मिलता भी है तो उसके बदले दो हजार की नोट उनके हाथों मे आती है जिसका फुटकर मिलना मुश्किल हो गया हैे ऐसे वक्त मे गरीब मजदूरों की मदद करने वाले इन युवाओं का कहना है कि प्रधानमंत्री ने जो फैसला किया वह ठीक है। लेकिन बैंकों मे रुपये नहीं निकलने से आम जनता हलकान हैे। इन युवाओं की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द बाइनोक मे पर्याप्त रुपये भेजे जिससे आर्थिक संकट जैसे इस हालात से आम जन को राहत मिल सके। वहीं युवाओं के हाथों राशन का पैकेट मिलने के बाद मजदूर परिवारों का कहना है कि परेशानी के इस दौर मे युवाओं ने उनकी जो मदद किया है वह किसी फरिश्ते से कम नहीं हैें।