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छत्तीसगढ़ के 4 नाबालिग सहित 13 ग्रामीणों को महाराष्ट्र में ठेकेदार ने बनाया बंधक, पीडि़त परिजन पहुंचे थाने, कहा साहब इन्हें बचा लो

locationकवर्धाPublished: Dec 29, 2021 01:30:45 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

कबीरधाम जिले के पंडरिया ब्लाक के सुदूर वनांचल ग्राम पंचायत पंडरीपानी और ग्राम नवाटोला के चार नाबालिग सहित 13 लोगों को महाराष्ट्र के सोलापुर जिला में बंधक बनाकर काम कराया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ के 4 नाबालिग सहित 13 ग्रामीणों को महाराष्ट्र में ठेकेदार ने बनाया बंधक, पीडि़त परिजन पहुंचे थाने, कहा साहब इन्हें बचा लो

छत्तीसगढ़ के 4 नाबालिग सहित 13 ग्रामीणों को महाराष्ट्र में ठेकेदार ने बनाया बंधक, पीडि़त परिजन पहुंचे थाने, कहा साहब इन्हें बचा लो

कवर्धा/नेऊर. कबीरधाम जिले के पंडरिया ब्लाक के सुदूर वनांचल ग्राम पंचायत पंडरीपानी और ग्राम नवाटोला के चार नाबालिग सहित 13 लोगों को महाराष्ट्र के सोलापुर जिला में बंधक बनाकर काम कराया जा रहा है। उन्हें न तो खाना मिल रहा है और न ही मजदूरी। पीडि़त परिवार पति और बेटों को छुड़वाने के लिए कुकदूर पुलिस थाना पहुंचे। इन्होंने पुलिस व प्रशासन से मांग की उन्हें पति व बच्चों को जल्द ही छुड़वाकर लाएं। लंबे समय से लोग वहीं फंसे हुए हैं।
ठेकेदार ने बनाया बंधक
पीडि़त महिला पुन्नी बाई बैगिन ने बताया कि उसका लड़का नोहर सिंह जो 18 साल का है। नागपुर में मिर्ची तोडऩे 500 रुपए रोजी दूंगा कहकर ले गए हैं। वहीं गुड्डी बाई बैगिन का भी लड़का प्रेमलाल 14 साल है, जिसे भी अच्छी मजदूरी देने का लालच देकर ले गए। अब पंडरीपानी के 13 लोग महाराष्ट्र के सोलापुर में ठेकेदार के बंधक बने हुए हैं। अब उन्हें लाए जाने का इंतजार है।
परिजन पहुंचे थाना
पीडि़त के मां-बाप ने बताया चोरी से मोबाइल में बताया कि ग्रामीणों को पहले नागपुर ले गए। वहां से फिर कर्नाटक लेकर काम कराया। इसके बाद फिर सोलापुर महाराष्ट्र में गन्ना कटाई व लोडिंग का काम लिया जा रहा है। बंधक बालक और लोगों से मोबाइल तक छीन लिया गया है। किसी तरह अन्य लोगों का जब फोन मिला तो चोरी-चुपके से कॉल कर अपने परिजनों से उनसे जबरदस्ती काम कराए जाने को लेकर बात बताई। इसके बाद परिजन थाना पहुंचे।
पीडि़त परिजनों से बात करते हुए उनके बंधक बालकों ने बताया कि मालिक बंधक बनाकर रखा है। मालिक का कहना है कि मजदूर के लिए लाखों रुपए एजेंट को दिया है। कैसे छोड़ दूं। वहां से भागने पर जान से मारने की धमकी दिया है। दिनभर गन्ना काटने के बाद रात को लोड करते हंै। रोजी के पैसे नहीं देते और बिना खाय काम करना पड़ रहा है। इसमें सुख सिंह, प्रेम लाल, सेमलाल, बुधराम, रामचन्द, शोभाराम, गोटर, गोलू, नोहर, ज्ञान सिंह, सभाजीत, रामप्रसाद और मानसिंह को बंधक बनाकर काम लिया जा रहा है।
एजेंट को पकड़ा
एक एजेंट छत्तीसगढ़ के बॉर्डर से लगे मध्यप्रदेश के फिटारी गांव से 12 लोग को काम कराने ले गया था। बंधक बनाकर उनसे काम लिया जा रहा था, उन्हें मध्यप्रदेश की पुलिस व प्रशासन की टीम छुड़ाकर लाई है। इसमें नाबालिग आदिवासी लड़कियां भी थी। मध्यप्रदेश के समनापुर थाना में रिपोर्ट दर्ज करवाया। जहां पुलिस ने एजेंट सहस राम मरकाम और सोलापुर महाराष्ट्र के चंद्रकांत पाण्डरे, बालक रंगरे, राजू रंगरे के विरुद्ध धारा 363, 365, 368, 75, 78, 79 अपराध दर्ज किया है। वहीं एजेंट सहसराम को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
पहले भी वारदात
कबीरधाम में यह कोई पहली घटना नहीं है जब ग्रामीणों को बंधक बनाया गया। ऐसे ही घटना पिछले साल 2018 में घट चुकी है। वर्तमान पुलिस अधीक्षक डॉ. उमेंद सिंह के पास नेउर के महादेव सोनी ने पीडि़त बैगिन महिला को कवर्धा पुलिस कार्यालय ले गए थे। मामले की गंभीरता को समझते हुए तीन टीम गठित हुआ था जिसको लाने कुकदूर पुलिस, राजस्व विभाग व समाज कल्याण के लोग कर्नाटक गए और मजदूरों को छुड़वाकर लाए थे। साथ ही 6 लाख 51 हजार रुपए मजदूरी भी करवाया था।
जानिए किसने क्या कहा
रमेश शर्मा, कलेक्टर जिला कबीरधाम ने कहा कि यदि कहीं पर ग्रामीणों को बंधक बनाया गया है तो प्रशासन की ओर से तुरंत ही टीम गठित कर वहां के लिए रवाना करेगी। संयुक्त टीम ग्रामीणों को छुड़वाकर लाएंगे। डॉ.लालउमेंद सिंह, पुलिस अधीक्षक, जिला कबीरधाम ने बताया कि कुछ लोग कमाने खाने के लिए गए थे। जहां पर उन्हें बंधक बनाए जाने की जानकारी मिली है। इसे लेकर एक पार्टी भेजी गई है। एक-दो दिन में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
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