वारदात मंगलवार दोपहर की है। कोतवाली थाना अंतर्गत एक प्राइवेट पब्लिक स्कूल में पदस्थ बस कंडक्टर ने चार वर्षीय बच्ची को बहला फुसलाकर अपने साथ स्कूल परिसर के ही सुनसान जगह ले गया। वहां पर बच्ची के साथ मानवता को शर्मसार करने वाली वारदात को अंजाम दिया। बच्ची जब रोते हुए घर पहुंची तो मां के पूछने बताया कि उसे दर्द हो रहा है। इस पर बच्ची की मां ने उसे निजी अस्पताल ले जाकर जांच कराया। इस पर अनाचार होने की बात सामने आयी। इसके बाद महिला तुरंत कोतवाली पुलिस पहुंची। पुलिस टीम ने बच्ची का जिला अस्पताल में मेडिकल चेकअप कराया। वहां पर भी अनाचार की पुष्टि हुई।
इसके बाद पुलिस अधीक्षक सहित तमाम पुलिस अधिकारी कोतवाली पहुंचे और स्कूल के संदिग्ध लोगाें को कोतवाली लाया गया। देर रात तक पूछताछ और आरोपी की पहचान की कोशिश होती रही। चूंकि बच्ची छोटी है तो वह स्पष्ट रूप से बता नहीं पा रही थी। बावजूद पुलिस ने प्रारंभिक जांच कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था।
पुलिस अधीक्षक डॉ. लालउमेद सिंह ने बताया कि आरोपी मुकेश यादव (25) को गिरफ्तार किया गया। चूंकि स्कूल परिसर पर ही वारदात हुई जिसके चलते प्राचार्य जगदीश सांखला(52) को भी गिरफ्तार किया गया। मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है। सुप्रीम कोर्ट के गाइडलाइन के अनुसार पीड़िता बच्ची की किसी तरह से पहचान न हो इसलिए बच्ची का नाम, पता, स्कूल का नाम, पता भी उजागर नहीं किया गया।
सीसीटीवी खराब पड़े
पुलिस अधीक्षक डॉ.लाल उमेद सिंह ने प्रेसवार्ता ली। इस दौरान उन्होंने बताया कि बच्ची व उनकी मां को लेकर स्कूल परिसर ले गए। बच्ची ने बताया कि आरोपी उसे कहां ले गया था। स्कूल के अधिकतर सीसीटीवी खराब पड़े हैं जिसके कारण फूटेज पूर्ण रूप से नहीं मिले। उन्होंने कहा कि मामले में जरूरत पड़ी तो स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
स्कूल के बाहर नारेबाजी
मंगलवार की शाम को वारदात की जानकारी पालकों को मिली। इस पर बड़ी संख्या में पालक स्कूल पहुंचे और जमकर नारेबाजी किया। वहीं पालकों की स्कूल प्रबंधन और प्राचार्य के साथ बैठक भी हुई। रात में शहरभर को लोगों को वारदात की जानकारी हो गई। बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंच गए और आरोपी को उनके हवाले करने की जिद करने लगे थे।
बुधवार को इस मामले में शहर में उबाल देखा गया। एबीवीपी, भीम रेजिमेंट, एनएसयूआई, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ सहित अन्य समाजिक संगठनों द्वारा कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की गई। ज्ञापन सौंपा गया कि आरोपी को फास्ट ट्रैक कोर्ट से जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए। वहीं प्राचार्य और प्रबंधन समिति पर भी अपराध दर्ज कर जेल भेजने और स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग की है।
सुरक्षा पर सवाल
निजी स्कूल में इस तरह की वारदात से हर कोई आक्रोशित और पालक सहमे हुए हैं। निजी स्कूल में बच्चों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं। आखिर तमाम तरह की इंतजाम के बाद भी बच्चियां सुरक्षित नहीं है। लाखों रुपए फीस इसलिए दिए जाते हैं ताकि पढ़ाई के साथ उन्हें सुरक्षा भी मिले, लेकिन उक्त घटना के बाद से निजी स्कूल के प्रबंधन सवालों के घेरे में है। आखिर सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं।
जिला स्तरीय जांच टीम गठित
उक्त मामले में कलेक्टर जनमेजय महोबे ने हर पहलुओं की जांच के लिए अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में छह: सदस्यीय जिला स्तरीय अधिकारियों की समिति बनाई है। कलेक्टर ने इस घटना की जांच कर एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं। अपर कलेक्टर इन्द्रजीत बर्मन की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय जांच समिति में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीषा ठाकुर रावटे, संयुक्त कलेक्टर मोनिका कौड़ो, जिला शिक्षा अधिकारी एमके गुप्ता, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एंव बाल विकास विभाग आनंद तिवारी, जिला परिवहन अधिकारी मोहनलाल साहू, जिला बाल सरंक्षण अधिकारी सत्यनारायण राठौर शामिल है।
कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए: सांसद
राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पांडेय ने कवर्धा के एक निजी स्कूल में चार वर्षीय मासूम बच्ची के साथ हुए अनाचार की घटना को लेकर भारी आक्रोश जताया है। उन्होंने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने उक्त घटना को लेकर कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक से बात करके आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।