सात हजार से अधिक महिला
वर्ष 2015 से 2017 तक तीन साल के दौरान जिला रोजगार कार्यालय में 22823 लोगों ने पंजीयन कराया। इसमें 7227 महिला और युवती भी हैं। मतलब महिला वर्ग भी अब रोजगार को लेकर जागरुक हो चुकी हैं। हर साल 2300 से अधिक महिला वर्ग पंजीयन कराते हैं।
ओबीसी से अधिक पंजीयन
जिले में सबसे अधिक पंजीकृत बेरोजगार अन्य पिछड़ा वर्ग(ओबीसी) से हैं। वर्ष 2015 से 17 के दौरान अन्य पिछड़ा वर्ग से 11854 युवक-युवतियों ने रोजगार के लिए कार्यालय में पंजीयन कराया। इसी प्रकार अनुसूचित जाति में 3921, अनुसूचित जाति में 3544 और सामान्य वर्ग में 3504 युवाओं का पंजीयन हैं।
नौकरी लगने के बाद नहीं देते सूचना
बेरोजगारों की संख्या में बढ़ोत्तरी इसलिए भी दिखाई देती है क्योंकि नौकरी लगने के बाद भी लोग इसकी सूचना जिला रोजगार कार्यालय को नहीं देते। शिक्षाकर्मी , पुलिस और मुख्य रूप से सेना में भर्ती होने के बाद युवा सूचना देते ही नहीं। उनको लगता है कि यदि नौकरी छूट गई तो फिर से किसी अन्य नौकरी पर प्रयास कर सकते हैं।
50318 कुल पंजीकृत
7749 अनुसूचित जाति
6646 अनुसूचित जनजाति
19470 ओबीसी
16453 सामान्य वर्ग
13903 महिला वर्ग हर साल करीब 7 हजार से अधिक लोगों को पंजीयन जिला रोजगार कार्यालय में हो रहा है। जिन्हें नौकरी मिल गई या जो स्वरोजगार प्राप्त कर चुके हैं वह भी सूचना नहीं देते हैं उनका पंजीयन रद्द कर देते हैं।
जयप्रकाश कौशिक, जिला रोजगार अधिकारी, कबीरधाम