scriptकार चालक को नजर ही नहीं आया सड़क, जा घुसा तालाब में, मच गई चीख-पुकार | Accident in Kawardha: speed car entered in pond, three people injured | Patrika News

कार चालक को नजर ही नहीं आया सड़क, जा घुसा तालाब में, मच गई चीख-पुकार

locationकवर्धाPublished: Aug 04, 2019 02:36:05 pm

Chhattisgarh road accident: लोगों का कहना है कि यहां दो दर्जन से ज्यादा हादसे (Accident in Kawardha) हो चुके हैं।

Accident in kawardha

कार चालक को नजर ही नहीं आया सड़क, जा घुसा तालाब में, मच गई चीख-पुकार

कवर्धा. तेज रफ्तार कार चालक अपने धुन में ड्राइविंग (Chhattisgarh road accident) कर रहा था। लेकिन उसे पता ही नहीं चला कि आगे टर्निंग पॉइंट में सड़क नहीं बल्कि बड़ा-सा तालाब है। जैसे ही मोड़ में कार की स्टेयरिंग घुमाया कार सीधे तालाब में घुस गया। लोगों का कहना है कि यहां दो दर्जन से ज्यादा हादसे (Accident in Kawadha) हो चुके हैं। गनीमत है कि मौके सभी को कार (Car entered in pond) से बाहर निकाल लिया। देर हो जाती तो कार से सबकी लाश बाहर निकलती।
आवागमन की सुविधा के लिए पक्की सड़क व पुल-पुलिया का निर्माण किया गया, लेकिन सड़क निर्माण के दौरान बरती गई लापरवाही वाहन चालकों व लोगों के आफत बन चुकी है। कवर्धा से ग्राम रुसे जाने वाले मार्ग पर आए दिन हादसे हो रहे हैं।

टर्निंग पॉइंट पर ही तालाब
टर्निंग पॉइंट पर ही तालाब है जहां पर वाहन जा गिरता है। इसका मुख्य कारण खतरनाक मोड़ व डिवाईडर को माना जा रहा है। हादसे इसीलिए हो रहे हैं क्योंकि वाहनों की गति अधिक रहती है और मोड़ होने के चलते वाहन नियंत्रित हो पाते। 25 जुलाई, फिर 30 जुलाई को एक कार तालाब में जा गिरा। वहीं 3 अगस्त की सुबह 11 बजे एक कार तालाब में जा गिरा।

इसमें कवर्धा के ही दो युवक सवार थे। तालाब में गिरते ही कार पलट गया, जिसके कारण दोनों युवक कार में ही फंस गए। गांव का युवक इसे देखते ही तालाब में छलांग लगाकर दोनों की जान बचाई। एक युवक दरवाजे से बाहर निकला तो दूसरा कांच तोड़कर। पांच मिनट भी देर होता तो बड़ा हादसा हो सकता था।

मोड़ के पहले दोनों ओर बे्रकर की जरूरत
लगातार हादसे के बाद भी यहां पर वाहनों की गति को कम करने के लिए कोई ब्रेकर नहीं बनाया गया। जबकि मोड़ के पहले दोनों ओर थ्री कट बेे्रकर होना चाहिए और मोड़ पर संकेतक व चेतावनी। बावजूद इस ओर न तो जनप्रतिनिधियों का ध्यान है न ही विभाग के जिम्मेदार अधिकारी का।

जबकि दो माह पूर्व हुए हादसे के बाद सड़क का जायजा लेने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग और यातायात विभाग के अधिकारी पहुंचे थे। बावजूद आज तक इसमें कोई पहल नहीं हो सकी। वहीं 3 अगस्त को हादसे के बाद पीडब्ल्यूडी के अधिकारी फिर से जायजा लेने पहुंचे। ग्रामीणों ने उन्हें मोड़ के पहले दोनों ओर बे्रकर और सूचनात्मक संकेतक लगाने की सलाह दी। इस पर अधिकारियों ने हामी भरी।

….और भी है Accident से जुड़ी ढेरों खबरें

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो