वनोपज का बोनस भी मिलेगा
शासन द्वारा कच्चे लघु वनोपज का दर निर्धारित किया गया है। समूह द्वारा निर्धारित दर पर ही इसकी खरीदी किया जाएगा। वहीं इस बार सभी वनोपज के दाम में बढ़ोतरी की गई है। साथ बोनस का भी प्रावधान किया गया है। वहीं कुल्लू गोंदा, रंगीनी लाख और कुसमी लाख में शासन द्वारा बोनस भी दिया जाएगा। बीज संग्रहकों को बिक्री के कुछ माह बाद बोनस दिया जाएगा।
शासन द्वारा कच्चे लघु वनोपज का दर निर्धारित किया गया है। समूह द्वारा निर्धारित दर पर ही इसकी खरीदी किया जाएगा। वहीं इस बार सभी वनोपज के दाम में बढ़ोतरी की गई है। साथ बोनस का भी प्रावधान किया गया है। वहीं कुल्लू गोंदा, रंगीनी लाख और कुसमी लाख में शासन द्वारा बोनस भी दिया जाएगा। बीज संग्रहकों को बिक्री के कुछ माह बाद बोनस दिया जाएगा।
शासन द्वारा अलग-अलग दर निर्धारित
बीजयुक्त इमली को इस बार ३१ रुपए प्रति किलो की दर से खरीदा जाएगा। इसी तरह चिरौंजी गुठली १०९ रुपए, कुल्लू गोंद १२०, बहेड़ा १७, चरोटा बीज १४, साल बीज २०, हर्रा १५, नागर मोथा २७, बेल गुदा २७, रंगीनी लाख १५०, महुआ बीज २५, कुसमी लाख २२५, शहद १९५, काल मेघ ३३ और फूल झाडू ३० रुपए प्रति किलो दर से बिक्री होगी। इस तरह शासन द्वारा निर्धारित दर पर वनोपज बेच सकेंगे। इससे वनोपज एकत्रित करने वाले बैगा आदिवासियों को लाभ मिलेगा।
क्षेत्र में दलाल भी
समूह द्वारा बीजों की छंटनी कर अन्य जिलों में भेजा जाता है। यहां उन्हें निर्धारित मूल्य मिलता है। यह मूल्य इनकी मेहनत की अपेक्षा कम रहती है, लेकिन इसके अलावा ग्रामीणों के पास इन्हें अन्य स्थान पर बेचने का कोई जरिया भी नहीं है। क्योंकि क्षेत्र में दलाल भी सक्रिय है, जो और भी कम दर पर वनोपज की खरीदी करने की जुगत में रहते हैं।