वर्ष 2016-17 में खाद्य विभाग व नगर पालिका की संयुक्त टीम ने शहर व आसपास गांव के होटलों व रेस्टोरेंट में दबिश देकर खाद्य पदार्थ सहित अन्य सभी की जांच की थी। इस पर वे जांच शुरु की तो कई होटल व रेस्टोरेंट में बड़ी संख्या में घरेलू सिलेण्डर मिले, जिसके कोई दस्तावेज नहीं थे। इस पर कार्रवाई भी किया गया। लेकिन आज भी बड़े पैमाने पर जिले के होटल व रेस्टोरेंट मेंं सिलेण्डर की जमकार कालाबाजारी हो रही है, जिसे लेकर कोई जांच व कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसके कारण गरीबों का गैस होटल व रेस्टोरेंट में खपाया जा रहा है। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। नंबर लगाने के दस दिन बाद भी घर में सिलेण्डर नहीं पहुंचाया जा रहा है, लेकिन होटलों में आसानी से सिलेण्डर दिखाई देते हैं।