नशे में धुत था ड्राइवर
बस में सवार घायल यात्रियों ने बताया कि बस का चालक नशे की हालत में था। बस चालक घटना स्थल के पहले भी कई बार बस को इधर-उधर बहका रहा था। यात्रियों द्वारा कहा भी गया की बस को धीरे चलाओ पर नशे की हालत में चूर चालक ने किसी की बात न मानी और तेज रफ्तार के साथ चला रहा था। पहाड़ी में पहुंचते ही मोड़ में बस अनियंत्रित हो गई और खाई से नीचे जा गिरी।
थाना की गाड़ी से घायलों को पहुंचाया अस्पताल
हादसे के बाद पहाड़ से नीचे एंबुलेंस का उतरना मुश्किल था। बाद में मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने आनन-फानन पुलिस के बड़े वाहन को पहाड़ के नीचे उतारने का निर्णय लिया। ऊबड-.खाबड़ रास्तों से पुलिस वाहन घायल यात्रियों को बस से बाहर निकालकर पहाड़ तक पहुंचते गए और घायलों को एंबुलेंस में बैठाकर रवाना करते गए। पुलिस अधिकारियों ने सड़क पर लाइन से एंबुलेंस खड़े करा लिए थे। एक के बाद एक एंबुलेंस से घायलों को बैठाकर शहडोल के जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया।
बस में सवार घायल यात्रियों ने बताया कि बस का चालक नशे की हालत में था। बस चालक घटना स्थल के पहले भी कई बार बस को इधर-उधर बहका रहा था। यात्रियों द्वारा कहा भी गया की बस को धीरे चलाओ पर नशे की हालत में चूर चालक ने किसी की बात न मानी और तेज रफ्तार के साथ चला रहा था। पहाड़ी में पहुंचते ही मोड़ में बस अनियंत्रित हो गई और खाई से नीचे जा गिरी।
थाना की गाड़ी से घायलों को पहुंचाया अस्पताल
हादसे के बाद पहाड़ से नीचे एंबुलेंस का उतरना मुश्किल था। बाद में मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने आनन-फानन पुलिस के बड़े वाहन को पहाड़ के नीचे उतारने का निर्णय लिया। ऊबड-.खाबड़ रास्तों से पुलिस वाहन घायल यात्रियों को बस से बाहर निकालकर पहाड़ तक पहुंचते गए और घायलों को एंबुलेंस में बैठाकर रवाना करते गए। पुलिस अधिकारियों ने सड़क पर लाइन से एंबुलेंस खड़े करा लिए थे। एक के बाद एक एंबुलेंस से घायलों को बैठाकर शहडोल के जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया।
टूरिस्ट परमिट के नाम पर यात्री बस
छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश के रूट से लंबे समय से अधिकारियों की सांठगांठ की वजह से टूरिस्ट परमिट के नाम पर यात्री बस दौड़ाई जा रही है। इससे सरकार को भी राजस्व की भी चपत लग रही है। वहीं टूरिस्ट परमिट के नाम पर मजदूरों को ठसाठस भरकर उत्तरप्रदेश ले जाया जाता है। परिवहन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत की वजह से कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो रही है। 10 से ज्यादा बसें इस रूट से परमिट में हेरफेर कर चल रही है।
छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश के रूट से लंबे समय से अधिकारियों की सांठगांठ की वजह से टूरिस्ट परमिट के नाम पर यात्री बस दौड़ाई जा रही है। इससे सरकार को भी राजस्व की भी चपत लग रही है। वहीं टूरिस्ट परमिट के नाम पर मजदूरों को ठसाठस भरकर उत्तरप्रदेश ले जाया जाता है। परिवहन विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत की वजह से कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हो रही है। 10 से ज्यादा बसें इस रूट से परमिट में हेरफेर कर चल रही है।