किसानों के साथ कारखाना प्रशासन व जिला प्रशासन अधिक भेदभाव कर रही है। कारखाना में किसान अपना गन्ना बेचने आते हैं तो उन्हें रुकने व बैठने तक के लिए कोई जगह नहीं मिलती। किसान ट्रैक्टर के नीचे बैठकर धूप व बारिश से बचते हैं। कारखाना के पास दो कमरे का विश्राम भवन बनाया गया था, जिसमें दो पुलिस के जवान रहते हैं व एक में कैंटिन चलाया जा रहा है। किसानों के लिए किसी प्रकार से प्रतिक्षालय नहीं है। इसके कारण काफी परेशानी का सामना किसानों को करना पड़ रहा है।
नहीं हुआ क्रांकीटीकरण
गन्ना गाडिय़ों को खड़ा करने का यार्ड बना है, जिसमें सिर्फ मिट्टी ही पड़ी है न तो उसमें मुरुम डाला और न ही कांक्रिटीकरण किया गया है। कारखाना प्रशासन से कई बार किसानों ने यार्ड को पक्का करने की मांग कर चुके हैं लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता है।