चैत्र नवरात्री की तैयारियां चारो ओर शुरू हो चुकी है ऐसे में कवर्धा में भी इस त्यौहार को धूमधाम से मनाया जा रहा है
कवर्धा. नगर के देवी मंदिरों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में चैत नवरात्र पर्व की तैयारी शुरू हो गई है। हिन्दू नववर्ष के साथ ही 18 मार्च से नवरात्र प्रारंभ हो रहा है। इसे देखते हुए मंदिर , देवालय का साफ सफाई व रंग रोगन का काम चल रहा है।
इस बार नवरात्र में अष्ठमी व नौवी एक ही दिन है। इसके चलते नवरात्र पर्व आठ दिन का है, जिसमे श्रद्धालु अलग अलह देवी मंदिरों में मनोकामना ज्योति दीप प्रज्ज्वलित कराएंगे। चैत नवरात्रि को देवी भक्ति व उपासना का बड़ा पर्व माना जाता है। मनोकामना पूर्ति के लिए श्रद्धालु नौ दिनों की उपवास रखती है तो कई महिलाएं व बच्चे एकम, पंचमी व अष्ठमी को व्रत रखकर माता श्रृंगार चुनरी व फल भेंटकर मनोकामना पूर्ण करने की मन्नते मांगती है।
READ MORE: छत्तीसगढ़ समेत इन राज्यों में बढ़े एड्स के रोगी, सबसे ज्यादा महिलाएं पीडि़त मां विध्यवासिनी, मां महामाया, मां काली सहित अन्य देवी मंदिरों में इस बार भी सैकड़ों मनोकामना दीप जगमगाएंगे। इसे देखते हुए समिति द्वारा मंदिर देवालयों को व्यवस्थित करने में लगे हुए हैं। समिति द्वारा मनोकामना ज्योति के लिए नामांकन पत्र भरने का काम भी प्रारंभ कर दिया है। नवरात्र पर्व को देखते हुए मंदिर समिति के सदस्यों ने मंदिर की व्यापक तैयारी में जुटे हुए हैं।
जसगीत प्रतियोगिता ग्राम बिपतरा, कुआ, बानो, सिंघनपुरी, चचेड़ी, फादातोड़ के बीचों बीच विराजमान मां जानकीवन में 18 मार्च से नवरात्र प्रारम्भ होगी, जिसके तैयारी जोर शोर से की जा रही है। नवरात्र में आसपास के जसगीत मंडलियों के जसगीत प्रतियोगता भी रखा गया है। जिसमे महिलाओं की टोली भी भाग ले सकते हैं। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले जसगीत मंडली को 5000 नगद राशि से पुरस्कृत किया जाएगा। चैत्र नवरात्र को धूमधाम से मनाने के लिए संतोष, जयकिसन, व्यास चंद्राकर, कौशल, दुर्गेश सहित आसपास के समस्त ग्रामवशी जूटे हैं।