scriptबेबस पिता एंबुलेंस के आने का करता रहा इंतजार, आखिरकार गोद में मासूम बेटे की हो गई मौत | Chhattisgarh: Child death by snake bite in kawardha | Patrika News

बेबस पिता एंबुलेंस के आने का करता रहा इंतजार, आखिरकार गोद में मासूम बेटे की हो गई मौत

locationकवर्धाPublished: May 29, 2019 04:27:36 pm

यहां (Chhattisgarh) मासूम बेटे को सांप (Snake bite) के कांटने के बाद पिता एंबुलेंस (Ambulance) को फोन कर मदद (Help) की गुहार लगाई। लेकिन जब (Kawardha) एंबुलेंस पहुंची तो बेटे की मौत (Died) पिता (Father) के गोद में हो गई थी।

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बेबस पिता एंबुलेंस के आने का करता रहा इंतजार, आखिरकार गोद में मासूम बेटे की हो गई मौत

कवर्धा. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के कवर्धा जिले में सरकार की एक और नाकामियत सामने आई है। सरकार (Chhattisgarh Government) भले ही प्रदेश (State) में बेहतर स्वास्थ्य (Health) देने की बड़ी-बड़ी बात करते हैं लेकिन हकीकत में धोखेबाजी (Fraud) नजर आ रही है। यहां मासूम बेटे को सांप (Snake Bite) के कांटने के बाद पिता (Father) एंबुलेंस (Ambulance) को फोन कर मदद की गुहार लगाई। लेकिन जब एंबुलेंस पहुंची तो बेटे (Son) की मौत (Died) पिता के गोद में हो गई थी।
घटना जिले के तेलियापानी लेदरा की है। यहां नौ वर्षीय सीलु पिता बलडु बैगा की सर्पदंश के चलते मौत हो गई। समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण वनांचल में लगातार बच्चे, महिला (Woman) और लोगों की मौत (Death) हो रही है। परिजनों ने बताया कि बताया कि सीलु अपने घर में मुर्गी के बच्चे (चुजे) को भगा रहा था और खेल रहा था।
इसी समय जहरीला सर्प हाथ में डस लिया। तुरन्त अपने घर के लोग को बताया। परिजन तुरंत ही इलाज के लिए शासकीय वाहन के लिए फोन लगाया। किसी तरह की वाहन सुविधा के लिए दो घंटे तक इंतजार करते रहे, लेकिन तमाम कोशिशें बेकार साबित हुए। बच्चे की दो घंटे के बाद मौत हो गई। इसके बाद स्वास्थ्य टीम पहुंची तो परिजनों ने रिपोर्ट कराने और पोस्टमार्टम के लिए मना कर दिए।

वर्षों से कर रहे स्वास्थ्य केंद्र की मांग
तेलियापानी लेदरा के आसपास कई गांव मौजूद है। इन गांवों से भी चियाढ़ाढ काफी दूर है। यहां पर ग्रामीणों की मौत का प्रमुख कारण समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण होता है। चार साल से ग्रामीण उक्त गांव में उपस्वास्थ्य केंद्र खोलने के लिए मांग बाजवूद, शासन-प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिया जाता। जबकि यह क्षेत्र अतिसंवेदनाशील बैगा बाहुल्य क्षेत्र है।

15 किमी दूर अस्पताल
वनांचल ग्राम तेलियापानी लेदरा से 15 किमी की दूरी पर सबसे नजदीक अस्पताल ग्राम चियाढ़ाढ का उपस्वास्थ्य केंद्र है। तेलियापानी लेदरा पहाड़ी पर बसा गांव है, जबकि चियाढ़ाढ पहाड़ी के नीचे मौजूद है। इसके चलते समय पर ग्रामीणों सुविधा नहीं मिल पाती, जिसके कारण बच्चे और गर्भवती महिलाओं की असमय मौत हो जाती है।

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