अवैध कॉलोनियों में दे रहे सुविधाएं
तीन वर्ष पूर्व पहली बार कॉलोनाइजर एक्ट के तहत शहर में प्रशासन ने कार्रवाई की, लेकिन इसके बाद कार्रवाई किस चिडिय़ा का नाम है भूल ही गए। जबकि अभी लगातार अतिक्रमण का खेल चल रहा है।
शहर में अवैध कॉलोनी इसलिए फैलते जा रहे हैं क्योंकि जनप्रतिनिधि वहां सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं। सड़क, बिजली, पानी, स्कूल, आंगनबाड़ी, सोसायटी सहित अन्य सभी सुविधाएं अवैध कॉलोनी में पालिका प्रशासन द्वारा मुहैया कराया जा रहा है। हद तो यह है कि गांवों की जमीन को भी दलालों द्वारा ही परिसीमन कर शहर में मिला दिया। यहां तक कॉलोनी निर्माण के लिए भी अनुविभागीय अधिकारी और पालिका प्रशासन से अनुमति नहीं लेना आवश्यक नहीं समझा जाता।
तीन वर्ष पूर्व पहली बार कॉलोनाइजर एक्ट के तहत शहर में प्रशासन ने कार्रवाई की, लेकिन इसके बाद कार्रवाई किस चिडिय़ा का नाम है भूल ही गए। जबकि अभी लगातार अतिक्रमण का खेल चल रहा है।
शहर में अवैध कॉलोनी इसलिए फैलते जा रहे हैं क्योंकि जनप्रतिनिधि वहां सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं। सड़क, बिजली, पानी, स्कूल, आंगनबाड़ी, सोसायटी सहित अन्य सभी सुविधाएं अवैध कॉलोनी में पालिका प्रशासन द्वारा मुहैया कराया जा रहा है। हद तो यह है कि गांवों की जमीन को भी दलालों द्वारा ही परिसीमन कर शहर में मिला दिया। यहां तक कॉलोनी निर्माण के लिए भी अनुविभागीय अधिकारी और पालिका प्रशासन से अनुमति नहीं लेना आवश्यक नहीं समझा जाता।